सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय प्रदेश के साथ-साथ देश की कृषि संपदा को उन्नत बनाने के प्रयास में जुटा हुआ है. यही वजह है कि एक-दो नहीं बल्कि 145 परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है, इनमें से 12 परियोजनाओं राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला हुआ है.
इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय के कुलपति एसएस सेंगर ने लल्लूराम डॉट कॉम से चर्चा में बताया कि जैव विविधता के माध्यम से उन्नत बीज बनाया जा रहा है. विभिन्न फसलों की उन्नत बीज बनाने का काम तेज़ी से चल रहा है. किसानों को सशक्त करने के लिए ये सभी प्रोजेक्ट हैं. खेती-किसानी को बेहतर तकनीक के जरिए उन्नत बनाने का प्रयास जारी है.
कुलपति ने बताया कि विश्वविद्यालय में शैक्षणिक के साथ-साथ शोध में भी फ़ोकस किया जा रहा है. अलग-अलग क्षेत्रों में किए जा रहे शोध के नतीजा भी सामने आ रहे हैं. वर्तमान में 145 अलग-अलग परियोजनाओं में काम जारी है, जो खेती-किसानी के साथ-साथ किसानों से जुड़े हुए हैं. इनमें से 12 परियोजना को राष्ट्रीय स्तर का अवार्ड मिल चुका है.
उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छा फ़सल की पैदावार के लिए तीन चीज़ों की बेहद आवश्यकता होती है. इनमें से पहला है गुणवत्ता आधारित बीज, दूसरा अच्छा खाद और तीसरा समय पर पानी. इससे किसान अच्छा फ़सल ले सकता है. उन्होंने बताया कि विभिन्न फसलों के उन्नत बीज बनाने का काम तेज़ी से जारी है. इनमें नई फ़सल जैसे अलसी, चपाती का अच्छा परिणाम आ रहा है, सभी किसानों को अच्छा बीज उपलब्ध कराने के लिए हर प्रयास जारी है,