मोहला-मानपुर. जिले के नक्सल प्रभावित मानपुर ब्लॉक मुख्यालय स्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल में अनुशासनहीनता और लापरवाही की गंभीर स्थिति सामने आई है. यहां राष्ट्रगान के प्रति स्कूल के प्रिंसिपल और अध्यापकों की गैरजिम्मेदारी उजागर हुई है. स्कूल में प्रार्थना एक दिव्यांग महिला भृत्य द्वारा कराई जाती है, जबकि स्कूल के प्रिंसिपल और अन्य अध्यापक प्रार्थना के बाद देर से स्कूल पहुंचते हैं.

औचक निरीक्षण में हुआ खुलासा

हाल ही में शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष राजहंस मंडावी ने स्कूल का औचक निरीक्षण किया. उन्होंने देखा कि दिव्यांग महिला भृत्य प्रार्थना करा रही हैं और प्रिंसिपल और सभी अध्यापक स्कूल के आसपास भी नहीं थे. राजहंस मंडावी ने इस दौरान भृत्य के साथ प्रार्थना में भाग लिया.

दरवाजा टूटे हुए हैं शौचालय के दरवाजे

प्रधानमंत्री के स्वच्छता मिशन के विपरीत, मानपुर के आत्मानंद स्कूल के शौचालय की स्थिति बेहद खराब है. शौचालय के दरवाजे टूटे हुए हैं और गंदगी का ढेर लगा हुआ है, जिससे इसका उपयोग असंभव हो गया है. शाला प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने निरीक्षण के दौरान इस स्थिति की भी जांच की.

जानिए क्या कहते हैं जिम्मेदार

इस तमाम परिस्थिति से वाकिफ होने के बाद अध्यक्ष राजहंस मंडावी ने मौजूद मीडिया को बताया, कि उन्होंने इस दौरान स्कूली बच्चो से चर्चा की, बच्चों ने उन्हें बताया कि रोजाना यहां भृत्य ही प्रार्थना कराती है. सत्ता रूढ़ भाजपा के एक जिम्मेदार पदाधिकारी राजहंस ने तमाम परिस्थितियों को स्वयं उजागर कर कार्यवाही की बात कही है. वहीं दूसरी ओर जिला शिक्षा अधिकारी अभी भी जांच का हवाला देकर पल्ला झाड़ने की कोशिश कर रहे हैं.