जकार्ता। इंडोनेशियाई नौसेना की पनडुब्बी समुद्र में डूब गई. 53 नौसैनिकों वाली पनडुब्बी बीते बुधवार से बाली के निकट समुद्र में लापता हो गई थी. पनडुब्बी की खोज के लिए अमेरिका के साथ भारतीय नौसेना भी जुटी हुई थी, लेकिन इंडोनेशियाई नौसेना से पनडुब्बी के कुछ अवशेष मिलने के बाद अब डुबने की पुष्टि की है.

जर्मनी में निर्मित पनडुब्बी KRI Nanggala टारपीडो ड्रिल के दौरान गोता लगाने की अनुमति मांगने के बाद से लापता हो गई थी. यह पनडुब्बी बीते 40 सालों से इंडोनेशियाई नौसेना की सेवा में थी. इसे 2012 में फिर से रिट्रोफिट किया गया था. पनडुब्बी में महज तीन दिन का ऑक्सीजन होने की वजह से बचाव कार्य में तेजी लाई गई थी, लेकिन परिणाम सार्थक नहीं रहे. समुद्र में किए गए स्कैन में पनडुब्बी को 850 मीटर (2800 फीट) नीचे पाया गया है, जहां इसमें सवार नौसैनिकों के बचने की संभावना नगण्य है.

इंडोनेशियाई नौसेना का कहना है कि पनडुब्बी अच्छी स्थिति में था, लेकिन पनडुब्बी के मिले अवशेषों से आशंका पैदा हो रही है कि उसका फ्यूल टैंक को नुकसान पहुंचा है. नौसेना प्रमुख यूदो मारगोनो ने बताया कि पनडुब्बी से जुड़े बहुत से हिस्से हमे मिले हैं, जो पनडुब्बी से बाहर नहीं आते अगर बाहर से दबाव न पड़े या टारपीडो लांचर में क्रेक न हो. पनडुब्बी से मिली सामग्रियों में ग्रीस का बोटल शामिल है, जो पैरिस्कोप में काम आता है.