हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश में लगातार साइबर ठगी के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। इंदौर पुलिस ने 1 जनवरी से लेकर 5 दिसंबर तक 7000 से ज्यादा मामलों में तीन करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि शिकायतकर्ताओं को वापस भी दिलवाई है। इंदौर पुलिस मकरंद देवसर का कहना है ऑनलाइन ठगी करने वाले आरोपी को अगर हम जामताड़ा पकड़ने के लिए 10 लोगों की टीम भेजते हैं तो 40 हज़ार की ठगी में आरोपी को पकड़े जाने के लिए 4 लाख रुपये तक का खर्च हो जाता है और इसके बाद आरोपी जमानत पर फिर रिहा हो जाता है।  

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उन्होंने कहा कि इसीलिए इस तरीके के मामलों को रोकने के लिए लोगों को जागरूक करना ही ऑनलाइन ठगी का समाधान है। कई बार ऐसे मामलों में आरोपियों को ट्रेस भी करना मुश्किल हो जाता है। कई बार पढ़े-लिखे लोग भी इस तरह की ठगी का शिकार हो जाते हैं। कभी एमसीबी से बिल के नाम पर ठगी होती है, कभी यूपीआई के नाम पर ठगी होती है तो कभी ओटीपी मांग कर क्रेडिट कार्ड के पॉइंट रिवॉर्ड करने पर ठगी होती है। ऐसे मामलों में अब जागरूकता ही इन समस्याओं का समाधान है।  

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