चंकी बाजपेयी, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर (Indore) से एक बार फिर हाउस अरेस्ट (House Arrest) कर लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। जहां एक बुजुर्ग को उसके ही घर में 48 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट कर रखा। ठगों ने बुजुर्ग को गिरफ्तारी वारंट के बहाने ऑनलाइन तरीकों से पूछताछ की। इतना ही नहीं मुंबई और ईडी का अधिकारी बन मनी लॉड्रिंग का भय भी दिखाया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

क्राइम ब्रांच एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया के मुताबिक, लसूड़िया थाना क्षेत्र निवासी राकेश गोयल (72) के साथ हाउस अरेस्टिंग का मामला सामने आया है। शिकायत के आधार पर जांच पड़ताल शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि राकेश गोयल के पास रात में एक नंबर से फोन आया था और इसके बाद मुंबई के अंधेरी थाने के पुलिसकर्मी बनकर बात की गई। ठगों ने कहा कि आपके कुछ दस्तावेज मिले हैं, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग जैसा मामला सामने आ रहा है। जिसके आधार पर आपको गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है।

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इसके बाद बुजुर्ग से ऑनलाइन रूप से स्काइप एप (Skype App) डाउनलोड कराया गया और फिर 48 घंटे तक घर के अंदर ही हाउस अरेस्टिंग किया गया। बुजुर्ग ने डर की वजह से 39 लाख 60 हजार रुपए की राशि तीन अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दी। यह अकाउंट उड़ीसा और पश्चिम बंगाल समेत देश के अन्य राज्यों के है। इस पूरे मामले में अब साइबर क्राइम और क्राइम ब्रांच संयुक्त रूप से कार्रवाई में जुटा हुआ है। लेकिन जिस तरह से हाउस अरेस्टिंग के मामले सामने आ रहे हैं, उसकी वजह से कई तरह की धोखाधड़ी बढ़ गई है। जो कि काफी चिंता का विषय है।

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