हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश की पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक उषा ठाकुर का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि बेटियां शस्त्र को अपना गहना बनाए। पूर्व मंत्री उषा ने कहा कि अब समय आ गया है कि बेटियों को गहनों के बजाय शस्त्र दिए जाएं और आत्मरक्षा के लिए प्रशिक्षण अनिवार्य किया जाए।

इंदौर में मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर ने लव जिहाद से बचने के लिए संदेश दिया है। उन्होंने बताया कि उनकी विधानसभा क्षेत्र में 78 पंचायतों और 38 वार्डों में लड़कियों को तलवारबाजी और लाठी चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पूर्व मंत्री ने मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव से पूरे प्रदेश में यह प्रशिक्षण शुरू करने की अपील की है। ठाकुर ने कहा कि लव जिहाद के षड्यंत्रों से लड़कियों को बचाने के लिए आत्मरक्षा का हुनर बेहद जरूरी है।

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CM से किया आग्रह

उन्होंने बेटियों से अपील की कि वे शस्त्र को अपना गहना बनाएं और हर स्थिति में खुद की रक्षा करने के लिए तैयार रहें। ठाकुर ने मुख्यमंत्री से यह भी आग्रह किया कि शस्त्र लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने कहा कि निर्भीक महिलाओं के लिए शस्त्र आत्मरक्षा का सबसे मजबूत साधन है।

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पूर्व मंत्री ने कहा- शस्त्र ही महिलाओं का सच्चा आभूषण

उषा ठाकुर ने अभिभावकों से अपील की कि वे अपनी बेटियों को भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के प्रति समर्पित करें। उन्होंने कहा कि शस्त्र और आत्मरक्षा का प्रशिक्षण बेटियों के आत्मविश्वास को बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें गलत मंशा वाले लोगों से बचाने में सक्षम बनाएगा। उन्होंने कहा कि बेटियों को सेनानी भाव से तैयार करना होगा। उनका मानना है कि गहनों के बजाय शस्त्र ही महिलाओं का सच्चा आभूषण है।

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