हेमंत शर्मा, इंदौर। गुजरात के नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन मामले में इंदौर पुलिस गुजरात के मोरबी पहुंची है. यहां पुलिस ग्लूकोस और नमक से नक़ली रेमडेसिविर बनाने वाली फैक्ट्री के संचालक आरोपी पुनीत शाह, कौशल वोरा और सुनील मिश्रा को गुजरात से पूछताछ के लिए इंदौर लेकर आएगी. जिसकी पुष्टि आईजी हरिनारायणचारी मिश्र ने की.

बता दें कि इंदौर की विजय नगर पुलिस की सूचना पर गुजरात के मोरबी से तीनों आरोपी गिरफ्तार हुए थे. तीनों आरोपियों को जल्द ही पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर इंदौर लेकर आएगी. इस दौरान पुलिस की पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं. वहीं नकली इंजेक्शन मामले में तीनों मुख्य आरोपियों के खिलाफ इंदौर के विजय नगर थाने में केस दर्ज है.

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गौरतलब है कि बीते दिनों रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले एर गैंग का इंदौर में पर्दाफाश हुआ था. जहां गुजरात के सूरत में गैंग ग्लूकोज और नमक मिलाकर नकली रेमडेसिविर बनाता था और पिछले महीने मध्य प्रदेश में बेच रहा था. गुजरात पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए सूरत में नकली रेमडेसिविर बेचने वाले 6 लोगों को पकड़ा था, जिनकी निशानदेही पर और सदस्य पकड़े गए थे. वहीं पिछले महीने गुजरात से 1200 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप मध्य प्रदेश आई थी, यह खेप सुनील मिश्रा नाम के एक शख्स को दी गई थी.

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गुजरात में गिरफ्तार कौशल वोहरा ने सुनील मिश्रा को इंदौर में 700 नकली रेमडेसिविर इंजेक्शन की खेप दी थी. सुनील मिश्रा फिर सूरत गया और नकली रेमडेसिविर के 500 इंजेक्शन फिर लेकर आया था, 1200 में से 200 नकली रेमडेसिविर को देवास जिले में भेजा गया था, जबकि 500 नकली रेमडेसिविर को जबलपुर में स्वप्न जैन को दिया गया था. गुजरात पुलिस ने सुनील मिश्रा को गिरफ्तार किया था. फिर इंदौर पुलिस ने उसके पांच साथी को गिरफ्तार किया.