हेमंत शर्मा, इंदौर। मध्य प्रदेश में इंदौर के मल्हारगंज थाना क्षेत्र में एक पुलिसकर्मी द्वारा दर्ज की गई गुमशुदगी रिपोर्ट अब सवालों के घेरे में है। फरियादी पुलिसकर्मी सोनू मालवीय ने अपनी नाबालिग बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें उन्होंने आदित्य और उसके दोस्त आदर्श पर खुशी को बहलाने-फुसलाने का आरोप लगाया था।

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सूत्रों के अनुसार, मामले में अब नई बात सामने आ रही हैं। आरोप है कि शिकायतकर्ता ने झूठी एफआईआर दर्ज करवाई, क्योंकि वह खुद पुलिसकर्मी है और अपनी स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि घटना वाली रात को ही सोनू मालवीय अपनी बेटी के साथ रवाना हो गए थे। इसके बाद अपहरण की धाराओं में मामला दर्ज किया गया।

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इसके साथ ही इस पूरे प्रकरण में पैसों के लेनदेन की भी बात सामने आ रही है, जिससे मामला और जटिल हो गया है। अब डीसीपी विनोद कुमार मीणा इस मामले की जांच कर रहे हैं और उन्होंने आश्वासन दिया है कि अगर किसी की भी भूमिका संदिग्ध पाई जाती है, तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आरोपी पक्ष ने भी पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं, और इस मामले में पुलिसकर्मी की भूमिका पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। अब जांच के बाद ही साफ हो पाएगा कि इस प्रकरण का असली सच क्या है।

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