दिल्ली. देश में जहां आर्थिक मोर्चे पर सुस्ती का आलम है तो वहीं नई नौकरियों का न तो सृजन हो रहा है और न ही नए जाब क्रिएट किए जा रहे हैं. उधर महंगाई ने अलग रफ्तार पकड़ ली है. पिछले 15 महीनों में महंगाई अपने शीर्ष स्तर पर पहुंच गई है.
खुदरा महंगाई की दर पिछले 15 महीने में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है. दाल, सब्जियों और तेल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी को बेहाल कर दिया है. खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में बढ़कर 4.62% हो गई है जो कि सितंबर में 3.99 फीसदी थी. अक्टूबर में खुदरा महंगाई दर 15 महीनों में सबसे ज्यादा रही.
दरअसल पिछले कई महीनों से न सिर्फ सब्जियां बल्कि दाल, तेल दूध और रोजमर्रा के अन्य सामानों के दामों में बेहद तेजी आई है. जिस तरह से खाने-पीने की चीजों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, उससे खुदरा महंगाई दर अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है.