लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 197 ईनामी सहित कुल 872 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं.

दंतेवाड़ा। जिले में लोन वर्राटू (घर वापस आइए) अभियान से प्रभावित होकर पति-पत्नी के साथ 20 लाख के चार ईनामी माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया. आत्मसमर्पित माओवादी दंपती पर छत्तीसगढ़ सरकार ने 8-8 लाख रुपए, उत्तर सब जोनल ब्यूरो में सक्रिय राजनीतिक टीम की सदस्य पर 3 लाख रुपए और जगरगुण्डा एरिया कमेटी में सक्रिय पूवर्ती आरपीसी केएएमएस (क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन) अध्यक्ष पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित किया है. इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में लोमड़ी का आतंक, खुड़िया इलाके में 8 से अधिक लोगों को किया घायल…

इस कड़ी में सुकमा जिला निवासी 8 लाख के ईनामी रीजनल कंपनी नम्बर 02 के सदस्य सुकमा निवासी हुंगा तामो उर्फ तामो सुर्या पिता स्व. जोगा तामो (37 वर्ष), 8 लाख की ईनामी रीजनल कंपनी नम्बर 02 की सदस्य आयती ताती पति हुंगा तामो उर्फ तामो सुर्या (पिता आयतु ताती), 3 लाख के ईनामी उत्तर सब जोनल ब्यूरो सदस्य-राजनीतिक टीम सदस्य देवे उर्फ विज्जे वंजाम पिता स्व. देवा वंजाम उम्र (25 वर्ष) और एक लाख की ईनामी पूवर्ती आरपीसी केएएमएस (क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन) अध्यक्ष माड़वी आयते पति नुप्पो भीमा (38 वर्ष) ने आत्मसमर्पण की इच्छा जाहिर की.

इसके बाद लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान के तहत 22 सितंबर को पुलिस उप महानिरीक्षक दन्तेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप (भापुसे), पुलिस अधीक्षक दन्तेवाड़ा गौरव राय (भापुसे), एएसपी स्मृतिक राजनाला (भा.पु.से.) एवं एएसपी दन्तेवाड़ा रामकुमार बर्मन (रापुसे) के समक्ष पुलिस अधीक्षक कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किए. माओवादियों को आत्मसमर्पण कराने में डीआरजी एवं बस्तर फाईटर्स दन्तेवाड़ा का विशेष योगदान रहा.

आत्मसमर्पित माओवादियों को पुनर्वास नीति के तहत् 25-25 हजार रुपए की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मिलने वाली अन्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी. समाज में पुनर्वासित करने के लिये प्रोत्साहन-आधारित दृष्टिकोण अपनाते हुए व्यावसायिक प्रशिक्षण और आवास की सुविधाएं भी प्रदान की जाएगी.