आशुतोष तिवारी,जगदलपुर. विधानसभा चुनाव-2018 के लिए कम समय शेष रह गया है. प्रदेश भर में किसी भी समय आचार संहिता लग सकती है. इससे पहले प्रदेश के प्रमुख राजनैतिक पार्टियों के द्वारा वोटरों को साधने में जुट गए है. तीन पंचवर्षी से सत्ता से दूर रहे कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता वोटरों को साधने के लिए प्रदेश भर में कई जगह विभिन्न यात्रा, चौपाल व बैठकों के जरिए क्षेत्र में जनसंपर्क का कार्यक्रम शुरु कर दिए है. मामला जगदलपुर का है जहां 24 सितंबर को कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता बाइक रैली व चौपाल के माध्यम से आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में जा कर वोटरों को साधने की कोशिश की गई.

जगदलपुर से जंगल सत्याग्रह की शुरुआत

जगदलपुर के दंतेश्वरी से निकाली गई बाइक रैली कल नारायणपुर के अबूझमाड़ पहुंचेगी. इस रैली में शामिल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा आदिवासियों के बीच जंगल संत्याग्रह माध्यम से आदिवासियों के जंगल अधिकार की चर्चा करेंगे. जिसमें उनके जल, जंगल व जमीन के अधिकारों पर चर्चा करेंगे. रैली में शामिल नेता प्रतिपक्ष कवासी लखमा ने कहा कि भाजपा ने आदिवासियों को उनके अधिकारों से वंचित कर रखा है. चुनाव के समय जो भाजपा ने आदिवासी ग्रामीणो से वादा किया था, वह अब तक पूरा नहीं कर पाई है. उन्होंने कहा कि इस बाइक रैली का नेतृत्व पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल करने वाले थे. मगर किसी कारण बस्तर नहीं पंहुच पाये. उन्होने कहा कि गुरूवार को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल इस जंगल सत्याग्रह के तहत कांकेर पंहुचेंगे और वंहा से वे चारामा तक बाईक रैली निकालकर आदिवीसी ग्रामीणों से चौपाल लगाकर मुलाकात करेंगे.

रैली के लिए किए थे सुरक्षा की मांग

जगदलपुर के दंतेश्वरी से शुरु की गई, जंगल सत्याग्रह रैली के लिए कांग्रेस कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रशासन से सुरक्षा की मांग किए थे. साथ ही नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि यदि प्रशासन सुरक्षा मुहैया नहीं कराएंगी, तब भी रैली जारी रहेगी.