Inox Wind Q2 Results: जब बाजार को उम्मीद से कमजोर नतीजों का डर सता रहा था, उसी दौरान Inox Wind ने तिमाही के सबसे चौंकाने वाले आंकड़े पेश कर दिए. कंपनी ने अपनी जुलाई–सितंबर (Q2) की रिपोर्ट जारी करते हुए इसे अब तक का सबसे मजबूत सितंबर क्वार्टर बताया और उसका हर आंकड़ा इस दावे को सही साबित करता दिखाई दिया.

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रेवेन्यू में जोरदार उछाल

इस तिमाही Inox Wind का कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू 56% बढ़कर ₹1,162 करोड़ पर पहुंच गया. ऐसे समय में, जब रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में तीव्र प्रतिस्पर्धा है, यह बढ़ोतरी कंपनी की मजबूत रिकवरी और तेजी से बढ़ते बिजनेस का संकेत है.

EBITDA भी मजबूत रहा और 48% की वृद्धि के साथ ₹271 करोड़ दर्ज किया गया. वहीं टैक्स से पहले मुनाफा (PBT) 93% बढ़कर ₹169 करोड़ पर पहुंच गया, जो कंपनी के लिए एक बड़ा रिकॉर्ड माना जा रहा है.

मुनाफे में ठोस बाउंस-बैक

टैक्स एडजस्टमेंट (₹49 करोड़ के डिफर्ड टैक्स) के बावजूद कंपनी का शुद्ध लाभ (PAT) 43% बढ़कर ₹121 करोड़ रहा. कैश प्रॉफिट में भी 66% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई और यह ₹220 करोड़ तक पहुंच गया. यह दर्शाता है कि कंपनी का कैश फ्लो अब पहले की तुलना में अधिक स्थिर और मजबूत हो गया है.

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प्रोजेक्ट एक्सिक्यूशन में ताबड़तोड़ स्पीड

सितंबर तिमाही में कंपनी ने 202 मेगावॉट विंड कैपेसिटी सफलतापूर्वक स्थापित की, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा सिर्फ 140 MW था. इसी के साथ कंपनी का ऑर्डरबुक 3.2 GW से ऊपर पहुंच गया है, जो अगले 18–24 महीनों के लिए मजबूत बिजनेस विजिबिलिटी दिखाता है. FY26 में कंपनी अब तक लगभग 400 MW के नए ऑर्डर हासिल कर चुकी है.

मैन्युफैक्चरिंग क्षमता का विस्तार

अहमदाबाद के कल्याणगढ़ में स्थित कंपनी के नैसेल और हब मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की क्षमता लगातार बढ़ रही है. राजस्थान स्थित ट्रांसफॉर्मर यूनिट भी उच्च उपयोग दर पर चल रही है.

सबसे अहम बात यह है कि कर्नाटक में कंपनी का नया ब्लेड और टावर प्लांट 2026 में शुरू होने जा रहा है. यह दक्षिण भारत में Inox Wind का पहला बड़ा मैन्युफैक्चरिंग हब होगा, जिससे सप्लाई चेन काफी मजबूत होगी.

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O&M बिजनेस की तेज उड़ान (Inox Wind Q2 Results)

Inox Wind की सब्सिडियरी Inox Green अब लगभग 12.5 GW विंड एसेट्स की ऑपरेशन-एंड-मेंटेनेंस जिम्मेदारी संभाल रही है. सबस्टेशन बिजनेस के डिमर्जर के बाद इसे Inox Renewable Solutions में विलय किया जाएगा और इसे शेयरधारकों व लेनदारों से मंजूरी भी मिल चुकी है.

यह कदम कंपनी के O&M पोर्टफोलियो को और मजबूत करेगा और भविष्य में नई रेवेन्यू स्ट्रीम तैयार करेगा.

शेयर प्राइस: गिरावट के बावजूद उम्मीद बरकरार

शुक्रवार को कंपनी का शेयर 0.3% की मामूली बढ़त के साथ बंद हुआ. हालांकि 2025 में स्टॉक 19% से ज्यादा नीचे है, लेकिन इस तिमाही के मजबूत नतीजों ने निवेशकों में नई उम्मीदें पैदा कर दी हैं.

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