रायपुर. डिवाइडर सौंदर्यीकरण मामले में जांच कमेटी गठित कर दी गई है. तीन सदस्यीय इस जांच कमेटी में मुख्य अभियंता आरके चौबे, एसपी साहू संयुक्त संचालक वित्त, हेमंत शर्मा अधीक्षण अभियंता मामले की जांच कर सात दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपेंगे. फिलहाल सौंदर्यीकरण के लिए जारी टेंडर को रद्द कर दिया गया है. नगर पालिका निगम आयुक्त ने इस बाबत आदेश भी जारी कर दिया है.
मामले पर महापौर ऐजाज ढेबर ने कहा कि सवाल उठाने वाले पहले पूरी जानकारी ले लें. वहां अलग-अलग हिस्सों में काम चल रहा था. 50 लाख रुपया क्रेडाई से सौंदर्यीकरण के लिए मिला था. उसके बाद वहां का काम अच्छा लगा तो निगम की ओर से टेंडर जारी किया गया था. फिलहाल टेंडर को रद्द कर जांच कमेटी गठित की गई है.
महापौर पर आरोप
बता दें कि शहर के वीआईपी चौक से तेलीबांधा रोड तक बन रहे डिवाइडर को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने महापौर एजाज ढेबर पर डिवाइडर सौंदर्यीकरण कार्य में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. मंगलवार को जिला अध्यक्ष जयंती पटेल और संजय श्रीवास्तव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं और नेताओं ने डिवाइडर पर वॉल ऑफ करप्शन का पोस्टर चस्पा कर प्रदर्शन भी किया था. भाजपा नेताओं का आरोप है कि महापौर एजाज ढेबर अपने खास लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए पूरे सिस्टम से खिलवाड़ कर रहे हैं.
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