रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून पहुंचने के साथ ही खेती किसानी के काम में तेजी आ रही है. किसान खाद्य-बीज भी खरीद रहे हैं. इसी बीच उर्वरक निरीक्षण दल ने रायपुर जिले के सभी विकासखंडों के सहकारी समिति और निजी विक्रेता दुकानों में अचानक निरीक्षण किया. दुकानों में पीओएस मशीन के माध्यम से उर्वरक विक्रय की जांच की गई. अनियमितता पाए जाने पर जिले के 18 सेवा सहकारी समितियों को नोटिस जारी किया गया है.
कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता और कलेक्टर सौरभ कुमार के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है. जिले में बीज, उर्वरक, कीटनाशक औषधि के निर्माता और विक्रेता परिसर निरीक्षण के लिए दल का गठन किया गया है. निरीक्षण कर उर्वरक (अधिनियम) आदेश 1985 के तहत उल्लंघन पाए जाने पर नियमानुसार कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं.
इन समितियों पर हुई कार्रवाई
उप संचालक कृषि कश्यप ने बताया कि उर्वरक निरीक्षण दल ने विकासखंड तिल्दा के 5 सेवा सहकारी समिति गनियारी, मांठ, खरोरा, बंगोली और अड़सेना. विकासखंड आरंग के 3 सेवा सहकारी समिति मंदिरहसौद, मुनरेठी और नगपुरा. विकासखंड अभनपुर के 5 सेवा सहकारी समिति रवेली, ढोढरा, परसदा, खोरपा और सारथी. विकासखंड धरसींवा के 5 सेवा सहकारी समिति कचना, नगरगांव, गिरौद, मांढर और बरबंदा का निरीक्षण किया गया.
निरीक्षण करने के दिए गए निर्देश
इसी तरह गुण नियंत्रण के लिए निजी विक्रेता दुकानों का भ्रमण कर रसायनिक उर्वरक, कीटनाशक दवाई और बीज का नगूना लिया जा रहा है. डबललॉक केन्द्रों का भी निरीक्षण कर तत्काल एकनालेजमेंट प्रदाय करने के निर्देश दिए गए हैं. सभी विकासखंडों के कृषि विकास अधिकारियों को सहकारी और निजी निर्माता एवं विक्रेता के सतत निरीक्षण के लिए निर्देशित किया गया है. ताकि पीओएस मशीन से ही उर्वरक विक्रय किया जा सके. मात्रा का वास्तविक मिलान हो सके.
read more- Corona Horror: US Administration rejects India’s plea to export vaccine’s raw material
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक