रायपुर- कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किए गए देश व्यापी लाॅकडाउन के दौरान छत्तीसगढ़ के ऐसे मजदूर जो अन्य राज्यों में है, उन्हें छत्तीसगढ़ लाने का निर्णय राज्य शासन ने लिया है। इसके तहत बड़ी संख्या में राज्य के बाहर के मजदूर छत्तीसगढ़ वापस आएंगे। नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के संक्रमण से बचाव को ध्यान में रखते हुए ग्राम स्तर पर इनके लिए आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव गौरव द्विवेदी ने सभी जिलों के कलेक्टर एवं जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को पत्र जारी कर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा जारी निर्देशानुसार बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए ग्राम स्तर पर क्वारेंटाइन सेंटर हेतु भवनों को चिन्हांकन करने के निर्देश दिए गए हैं। चिन्हांकित भवनों में क्वारेंटाइन होने वाले मजदूरों की संख्या के अनुरूप मूलभूत सुविधाओं और आवश्यकताओं का आंकलन कर व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं।
प्रमुख सचिव ने कहा है क्वारेंटाइन के दौरान भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित प्रक्रियानुसार कार्यवाही किया जाए। गांव में आने वाले मजदूरों का क्वारेंटाइन के दौरान कोविड-19 के किसी भी प्रकार का लक्षण मिलने पर शासन द्वारा जारी निर्देशानुसार कार्यवाही करें तथा अविलंब नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के साथ ही जिले-विकासखण्ड के नोडल अधिकारी को सूचित किया जाए। क्वारेंटाइन के बाद इन श्रमिकों और उनके परिवारों की मांग के अनुरूप रोजगार उपलब्ध कराने हेतु पर्याप्त संख्या में कार्यों की स्वीकृति दी जाए।
इसके साथ ही मांग अनुरूप प्रावधान के तहत नए जाब कार्ड भी तैयार किया जाएं। समस्त ग्राम पंचायतों में 2 क्विंटल, खाद्यान्न रखने के निर्देश पूर्व में ही जारी किए गए हैं। निर्देश का कड़ाई से पालन करते हुए यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि बाहर से आने वाले किसी भी श्रमिक और उनके परिवारों को रोजगार एवं खाद्यान्न की कमी नहीं होने पाएं।