लोकसभा चुनाव हारने वाले पूर्व सांसदों को लुटियंस बंगला जोन से अपना सरकारी घर खाली करना होगा. 17वीं लोकसभा के जो सांसद 18वीं लोकसभा का चुनाव नहीं जीत सके हैं, ऐसे पूर्व सांसदों को लोकसभा की हाउस समिति ने नोटिस जारी किया है. सरकारी घर एक महीने में खाली करना होगा. जानकारी के मुताबिक पूर्व सांसदों को 5 जुलाई और पूर्व मंत्रियों को 11 जुलाई तक सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस जारी किया गया है.

हारे हुए मंत्रियों में किनका नाम?

हारे हुए मंत्रियों में स्मृति ईरानी, अर्जुन मुण्डा, महेंद्रनाथ पांडेय, आरके सिंह, संजीव बालियान, राजीव  चंद्रशेखर, साध्वी निरंजन ज्योति , अजय मिश्रा टेनी, वी मुरलीधरन, कैलाश चौधरी, निशित प्रामाणिक, सुभाष सरकार, , रावसाहेब दानवे, कौशल किशोर,भानुप्रताप वर्मा, कपिल पाटिल, भगवंत खुबा, भारती पवार आदि का नाम शामिल है. मीनाक्षी लेखी जैसे नेता भी हैं जिनको टिकट नहीं मिला है.

क्या है कहता है नियम?

केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को लुटियंस दिल्ली में बंगले आवंटित किए जाते हैं. मंत्रियों और सांसदों को आवास उनकी सदन की सदस्यता के आधार पर मिलते हैं. हारे हुए सांसदों की सदस्यता खत्म होने के बाद एक महीने के अंदर उन्हें सरकारी बंगला खाली करना होता है. बाकायदा इसके लिए नोटिस जारी किया जाता है. नोटिस मिलने के बाद 30 दिन के अंदर आवास खाली करना होता है.

पब्लिक प्रिमाइसेस एविक्शन ऑफ अनऑथोराइज्ड ऑक्यूपेंट्स एक्ट के तहत सरकारी बंगलों को खाली कराया जाता है. किसी तरह का विवाद होने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया जाता है. बंगला खाली करने के लिए विशेष परिस्थितियों में बल का प्रयोग भी किया जा सकता है.