पॉलिटिकल डेस्क। Arvind Kejriwal insulin: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Chief Minister Arvind Kejriwal) को तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में इंसुलिन दी गई है। CM केजरीवाल का शुगर लेवल लगातार हाई हो रहा था। उनका शुगर लेवल 320 तक पहुंच गया था। दिल्ली शराब घोटाले (delhi liquor scam) मामले में गिरफ्तारी के बाद पहली बार CM केजरीवाल को इंसुलिन दी गई है। दिल्ली सरकार में मंत्री सौरभ भारद्वाज (Minister Saurabh Bhardwaj) ने ट्वीट कर कहा कि हनुमान जन्मोत्सव के अवसर पर खुशखबरी मिली है। CM केजरीवाल को पहली बार जेल में इंसुलिन दी गई है।
बता दें कि इससे पहले तिहाड़ जेल में केजरीवाल को इंसुलिन न दिए जाने के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं और नेताओं ने प्रदर्शन किया था। पार्टी कार्यकर्ता तिहाड़ के बाहर इंसुलिन की खुराक लेकर जेल प्रशासन के खिलाफ सांकेतिक प्रदर्शन करने के लिए इकट्ठा हुए थे। AAP नेताओं ने तिहाड़ जेल अधिकारियों से केजरीवाल को इंसुलिन उपलब्ध कराने को कहा था।
मंत्री सौरभ भारद्वाज ने ट्वीट करते हुए कहा कि हनुमान जन्मोत्सव पर ख़ुशख़बरी खबर आ रही है अंततः जेल प्रशासन ने मुख्यमंत्री जी को बढ़ती हुई सुगर के लिये इन्सुलिन दी। आज देश की राजधानी के मुख्यमंत्री को एक इन्सुलिन के लिये भी कोर्ट जाना पड़ रहा है। भाजपा और केंद्र सरकार के अधीन अफ़सर कहते हैं सभी क़ैदी एक समान हैं । क्या इन्सुलिन के लिये सभी तिहाड़ के क़ैदी कोर्ट जाते हैं ? क्या सभी क़ैदियों को बीमारी की दवाई के लिए कोर्ट जाना पड़ता है ? क्या सभी क़ैदियों को इन्सुलिन के लिये एक हफ़्ता TV और अख़बार में बहस करनी पड़ती है।
अपने दूसरे ट्वीट ने सौरभ ने कहा कि आज साफ़ हो गया मुख्यमंत्री सही थे, उन्हें इन्सुलिन की ज़रूरत थी। मगर भाजपा की केंद्र सरकार के अधीन अधिकारी जानबूझकर उनका इलाज नहीं कर रहे थे। बताओ भाजपा वालों ! अगर इन्सुलिन की ज़रूरत ही नहीं है तो अब क्यों दे रहे हैं ? क्योंकि पूरी दुनिया इनपर लानत भेज रही है ।
सीएम केजरीवाल ने किया था ये दावा
बता दें कि पिछले सप्ताह, सीएम केजरीवाल ने अदालत का दरवाजा खटखटा कर जेल अधिकारियों को उन्हें इंसुलिन देने और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने नियमित डॉक्टर से परामर्श करने की अनुमति देने का निर्देश देने की मांग की थी, क्योंकि उनके ब्लड शुगर का स्तर गिरकर 46 हो गया था।
म्स के डॉक्टर से केजरीवाल ने किया था कंसल्टेशन
तिहाड़ जेल के सूत्रों ने बताया था कि एम्स के एक सीनियर डायबिटोलॉजिस्ट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए केजरीवाल की कंसल्टेशन कराई गई थी। 40 मिनट के कंसल्टेशन के बाद डॉक्टर की ओर से केजरीवाल को आश्वस्त किया गया था कि कोई गंभीर चिंता की बात नहीं है और उन्हें निर्धारित दवाएं जारी रखने की सलाह दी गई थी। सुनीता केजरीवाल के अनुरोध पर तिहाड़ जेल प्रशासन ने वीसी के जरिए डॉक्टर के साथ दिल्ली के मुख्यमंत्री का कंसल्टेशन कराया गया था। एम्स के सीनियर डायबिटीज स्पेशलिस्ट के अलावा आरएमओ तिहाड़ और एमओ तिहाड़ भी वीसी के दौरान मौजूद थे। डॉक्टर ने सीजीएम (ग्लूकोज मॉनिटरिंग सेंसर) का पूरा रिकॉर्ड और केजरीवाल द्वारा लिए जा रहे आहार और दवाओं का पूरा विवरण लिया। इस दौरान केजरीवाल द्वारा न तो इंसुलिन का मुद्दा उठाया गया और न ही डॉक्टर ने उन्हें इसके प्रयोग का सुझाव दिया था।
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