रायपुर। साधारण बीमा क्षेत्र की राष्ट्रीयकृत कंपनियों के निजीकरण के विरोध के साथ बीमा कर्मियों के लाबित वेतन पुनर्निर्धारण और पुरानी पेंशन योजना की बहाली की मांग को लेकर राष्ट्रीयकृत बीमा कंपनियों की यूनियनों की ओर से शुक्रवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया था, इस कड़ी में ओरियंटल इंश्योरेंस के पचपेड़ी नाका कार्यालय तथा पंडरी में यूनाइटेड इंडिया के क्षेत्रीय कार्यालय में प्रदर्शन कर सभा का आयोजन किया गया.

एआईआईआईईए के सहसचिव धर्मराज महापात्र ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने आम बीमा कंपनियों में 51% हिस्सेदारी रखने की बाध्यता को समाप्त कर दिया है, जो पूर्व में संसद को उसके द्वारा दिए गए वचन का ही उल्लंघन है. सरकार ने साथ ही एक नई चीज जोड़ दी है, जिसके अनुसार 51% से कम सरकारी हिस्सेदारी पर अब यह कानून भी लागू नहीं होगा, याने इस कंपनी का पूरा नियंत्रण ही निजी हाथों में दे दिया जायेगा.

उन्होंने कहा कि आम बीमा कर्मी साल 2012 से लेकर 2017 तक उद्योग की प्रगति में उनके योगदान के अनुरूप जायज रूप से वेतन संशोधन के अधिकारी हैं, लेकिन 54 माह बीत जाने के बाद भी उन्हें इससे वंचित रखा गया है. उन्होंने पारिवारिक पेंशन में बढ़ोतरी की अनुशंसा पर भी सरकार की लेट लतीफी की आलोचना करते हुए एन पी एस समाप्त कर सभी कर्मचारियों को पुरानी पैशन योजना में शामिल करने की मांग की.

सभा को यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस आफिसर्स यूनियन के अध्यक्ष जेआर पुरोहित, चंद्रशेखर ध्रुव, आरडीआईईयूके महासचिव सुरेन्द्र शर्मा, अध्यक्ष अलेकजेंडर तिर्की, मध्य प्रदेश- छत्तीसगढ़ जनरल इंश्योरेंस पेंशनर एसोसियेशन के अध्यक्ष वीर अजीत शर्मा ने भी संबोधित किया. सभा में तत्काल वेतन संशोधन की मांग की, साथ ही ऐसा न होने पर बड़े आंदोलन का एलान किया.