रायपुर। कृषि कानूनों में बदलाव के विरोध में दिल्ली सहित देशभर में जारी किसान आन्दोलन का समर्थन करते हुए बीमा कर्मियों ने उनके साथ एकता का इजहार किया और सरकार से इन कानूनों को वापस लेने की मांग की।
ऑल इण्डिया इंश्योरेंस एम्पलॉइज एसोसियेशन के आव्हान पर आज मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के रायपुर, भोपाल, जबलपुर, इंदौर, सतना, शहडोल, ग्वालियर, बिलासपुर मण्डल सहित समस्त कार्यालयों में भोजनावकाश के समय द्वार प्रदर्शन आयोजित किए गए।
रायपुर में प्रदर्शन को संबोधित करते हुए सी जेड आई ई ए के महासचिव धर्मराज महापात्र ने कहा कि एआईआईईए के आव्हान पर पूरे देश के बीमा कर्माचारी किसान आन्दोलन के दमन का तीव्र विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा कि अगर किसान ऐसा कानून चाहते ही नहीं है तो केंद्र सरकार को यह कानून वापस लेने चाहिए। इस कानून के जरिए किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य के अधिकार से ही वंचित किया गया है। मंडी की व्यवस्था को समाप्त कर उन्हें पूरी तौर पर कार्पोरेट के हवाले कर दिया गया , याने खेती भी कार्पोरेट के हवाले की जा रही है। आन्दोलन में शहीद हुए 3 किसानो को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि सत्कार केएच रही है कि वो किसान का भला करने यह कानून लाए है और जिसका भला की वे बात कर रहे है वे स्वयं जब इसके विरोध में है तो सरकार को इसे वापस लेने चाहिए। इसी तरह सरकार बिजली क्षेत्र को निजीकृत करने के लिए नए बिजली कानून का भी किसान विरोध कर रहे है जो पूरे बिजली क्षेत्र को निजी क्षेत्र के हवाले सौंपना है, किसान इसका भी विरोध कर रहे है। इसलिए सरकार को यह कानून भी वापस लेना चाहिए। इस सभा में सुरेन्द्र शर्मा, वी एस बघेल, अतुल देशमुक्भी उपस्थित थे। सभा की अध्यक्षता अलेक्जेंडर तिर्की ने की।