रायपुर. शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के लिए प्रारंभ राज्य स्तरीय प्रशिक्षण में सोमवार को राज्य स्रोत व्यक्तियों को नेशनल रिसोर्स ग्रुप द्वारा लीडरशिप निष्ठा का परिचय प्रस्तुत किया. इस विशेष सत्र में निष्ठा के वाइस चेयरमैन एनसीईआरटी के प्रो. विजय पाल सिंह, प्रो. शशि प्रभा, डॉ सुरेश मकवाना (भोपाल), जितेंद्र पाटीदार, न्यूपा नई दिल्ली की डॉ. चारु स्मिता मलिक, एससीईआरटी के संयुक्त संचालक डॉ योगेश शिवहरे उपस्थित थे.

निष्ठा के वाइस चेयरमैन प्रो. विजय पाल सिंह ने कहा कि यहां उपस्थित एसआरपी अब एसआरजी हो जाएंगे. अर्थात कोई बड़ा व छोटा नहीं सभी राज्य स्रोत समूह के सदस्य के रूप में कार्य करेंगे. उन्होंने कहा की शिक्षक सभी धर्मों का सम्मान करता है. इसलिए वह सबसे बड़ा धार्मिक व्यक्ति हैं इसलिए उसकी भूमिका समाज के निर्माण में प्रमुख है. अच्छे समाज के निर्माण के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का होना आवश्यक है इसलिए इस कार्यक्रम की शुरुआत हुई. सभी एक साथ मिलकर एक नेटवर्क में काम करेंगे.

प्रारंभिक सत्र को संबोधित करते हुए न्यूपा की डॉ. चारु स्मिता मलिक ने कहा कि 7 व 8 जनवरी को दो दिन का सत्र लीडरशिप पर केंद्रित है. अब तक के प्रशिक्षण में शिक्षकों व स्कूल के नेतृत्वकारी व्यक्तियों के कार्य अलग-अलग होते थे. अर्थात अकादमिक व प्रशासनिक स्तर पर कार्य करने वाले सभी स्तर के व्यक्तियों को एक मंच पर मिलकर विजन विकसित किया जाएगा. निष्ठा में सभी स्तर के लोग एक साथ काम करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि एक लीडरशिप की भूमिका निभाते हुए आगे बढ़कर स्कूल में बदलाव लाएंगे. तभी शिक्षा की पद्धति में गुणात्मक सुधार होगा.

निष्ठा कार्यक्रम में उपस्थित प्रतिभागियों को प्रशिक्षण की नियमावली के संबंध में भी जानकारी प्रदान की गई. इस विशेष सत्र का संचालन प्रशांत पांडे ने व आभार प्रदर्शन एके सारश्वत ने किया. कार्यक्रम में एनसीईआरटी के प्रोफेसर प्रो. विजय पाल सिंह, प्रो. शशि प्रभा, डॉ सुरेश मकवाना, प्रो. जितेंद्र पाटीदार, डॉ. चारु स्मिता मलिक, राज्य समन्वयक डॉ संजय गुहे, एके सारस्वत, प्रशांत पांडे, विद्या चंद्राकर, संतोष तंबोली, डी. दर्शन, डॉ. बी. रघु, कौस्तुभ चटर्जी, एसआर जी. के आशीष गौतम व शैलेंद्र गुप्ता सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों से राज्य स्रोत व्यक्ति उपस्थित थे.