शब्बीर अहमद, भोपाल। कहते हैं राजनीति दल के बड़े नेता सत्ता के लिए कभी भी किसी पार्टी से हाथ मिला लेते है। राजनीति में न कोई स्थाई दोस्त होता है और न ही दुश्मन। बड़े नेता स्वार्थ के लिए आपस में हाथ मिला लेते और लड़ते हैं कार्यकर्ता। इस तरह की घटिया राजनीति के चलते गांवों और नगरों में कार्यकर्ताओं में आपस में व्यक्तिगत दुश्मनी भी हो जाती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां धुर विरोधी विचारधारा वाली संगठन से कांग्रेस ने सत्ता सुख के लिए हाथ मिला लिया है। मध्यप्रदेश के खंडवा जिले में हिंदू महासभा के समर्थन से कांग्रेस ने परिषद में अपना अध्यक्ष बना लिया है, वहीं हिंदू महासभा के नेता को कांग्रेस ने समर्थन देकर उपाध्यक्ष बनवाया है।

जानकारी के अनुसार खंडवा के हरसूद निकाय में कांग्रेस ने हिंदू महासभा का साथ लिया है। हिन्दू महासभा का समर्थन लेने पर नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि हिंदू महासभा का समर्थन लेना कोई बुराई की बात नहीं है। कोई भी सांप्रदायिक संगठन बिना किसी शर्त के समर्थन देगा तो हम लेंगे। विधानसभा चुनाव में भी कोई समर्थन देगा तो हम लेंगे। अध्यक्ष भाजपा का बनता इससे अच्छा हुआ कांग्रेस का अध्यक्ष बना लिया। कहा कि जो भी हमें समर्थन देगा वो हमारी विचारधारा से प्रभावित होकर देगा।

कांग्रेस सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकती

कांग्रेस के हिंदू महासभा से हाथ मिलाने पर बीजेपी ने हमला बोला है। बीजेपी सांसद सुमरे सिंह सोलंकी ने कहा कि सत्ता के लिए कांग्रेस किसी से भी हाथ मिला सकती है। राहुल आज भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के साथ कांग्रेसी घूम रहे हैं। कांग्रेस सत्ता के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। आने वाले समय में अभी और उदाहरण देखने को मिलेंगे।

बता दें कि हरसूद छनेरा नगर परिषद में 15 में से कांग्रेस के पास 8 पार्षद और 3 हिंदू महासभा समर्थक थे। कांग्रेस को अध्यक्ष के लिए 12 मत मिले, जबकि पार्टी के हिसाब से कांग्रेस पार्षद-8, भाजपा-03 और अन्य- 4 थे।

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