स्पोर्ट्स डेस्क– भारतीय सरजमीं पर एक से एक क्रिकेटर अपने अपने दौर में रहे, कोई टीम इंडिया में खेलने का मौका पा गया तो स्टार हो गया तो कोई फर्स्ट क्लास क्रिकेट तक ही सीमित रह गया, लेकिन हर दौर में कई ऐसे क्रिकेटर भी आते रहे हैं कि भले ही वो फर्स्ट क्लास क्रिकेट तक ही सीमित क्यों न हों, भले ही उन्हें टीम इंडिया में जगह कभी भी नहीं मिली, लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ही उन्होंने अपने प्रतिभा का ऐसा प्रदर्शन किया, ऐसे ऐसे रिकॉर्ड बना दिए कि उनके खेल का हर कोई दीवाना रहा, और उनकी तारीफ हर कोई करते नजर आया।

कुछ ऐसे ही क्रिकेटर थे राजिंदर गोयल,  राजिंदर गोयल जो बहुत ही भले इंसान थे, और एक शानदार क्रिकेटर, उनका निधन 77 साल की उम्र में हुई। और उनके मृत्यु के बाद पूरा क्रिकेट जगत शोक में डूबा हुआ है।

शेन वॉर्न से भी ज्यादा विकेट

राजिंदर गोयल को भले ही टीम इंडिया से कभी भी खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी कमाल की गेंदबाजी की, पूर्व फिरकी गेंदबाज राजिंदर गोयल की तुलना अगर शेन वॉर्न से की जाए तो गलत नहीं होगा।

अगर ऑस्ट्रेलियाई पूर्व दिग्गज शेन वॉर्न ने 708 विकेट क्रिकेट में हासिल किए, तो दिग्गज स्पिनर राजिंदर गोयल ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 750 विकेट हासिल किए।

जब डाकू ने लिखा था खत

वैसे देखा जाए तो अपने आप में ये पहला वाकया ही रहा होगा कि जब किसी क्रिकेटर के खेल की तारीफ कोई डाकू करे वो भी जेल के अंदर से, राजिंदर गोयल के क्रिकेट का दीवाना उनके गेंदबाजी का दीवाना एक डाकू भी था, 1985 में भूरा सिंह यादव उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश में खौफ का दूसरा  नाम था, ग्वालियर जेल में अपनी सजा के दौरान उन्होंने राजिंदर गोयल को चिट्ठी लिखकर रणजी ट्रॉफी में 600 विकेट लेने के लिए बधाई दी थी।

भूरा सिंह ने चिट्ठी में लिखा था कि हम आपके बहुत बड़े प्रशंसक होने पर ये पत्र व्यवहार कर रहे हैं। और आपके भविष्य की कामना करते हैं, कि ईश्वर आपको दिन प्रतिदिन सफलता दिलाए, कहा जाता है कि 8 अप्रैल 1985 को लिखे इस चिट्ठी को पढ़कर गोयल की आंखों से आंसू निकल आए थे।

राजिंदर गोयल 1958-59 से 1984-85 तक घरेलू क्रिकेट में खेलते हुए उन्होंने 26 सत्र हरियाणा की ओर से रणजी ट्रॉफी में रिकॉर्ड 637 विकेट हासिल किए थे, राजिंदर गोयल ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में टोटल 157 मैच खेलकर 750 विकेट हासिल किए।

राजिंदर गोयल ने 44 साल की उम्र तक फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला था। राजिंदर गोयल उस दौर में खेला करते थे जब टीम इंडिया में बिशन सिंह बेदी जैसे फिरकी गेंदबाज हुआ करते थे।