रायपुर। संस्कृति विभाग अंतर्गत संचालनालय पुरातत्व, अभिलेखागार एवं संग्रहालय की ओर से अंतरराष्ट्रीय अभिलेखागार सप्ताह के अवसर पर आयोजित प्रदर्शनी का रविवार को समापन हुआ। 3 से 9 जून तक चली इस प्रदर्शनी का बड़ी संख्या में नागरिकों, विद्यार्थियों और शोधार्थियों ने लाभ उठाया।
छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने भी प्रदर्शनी का अवलोकन किया और संचालक विवेक आचार्य को सुझाव दिया की इन ऐतिहासिक महत्व के अभिलेखों को डिजिटल माध्यम से पब्लिक डोमेन में उपलब्ध कराया जाना चाहिए। उन्होंने विजिटर्स बुक में लिखा, यह प्रदर्शनी ज्ञान और सूचना की सच्ची निधि है। डॉ. सुप्रियो दास कोलकाता ने लिखा कि यह शानदार संग्रह है, जो शोध के दृष्टि से बहुत उपयोगी है।

उल्लेखनीय है कि इस सात दिवसीय कार्यक्रम के दौरान व्याख्यान का भी आयोजन किया गया था। ओडिशा हाईकोर्ट में सेंटर फॉर ज्यूडिशियल आर्काइव के निदेशक ललाटेंदु दास महापात्र मुख्य वक्ता के तौर पर शामिल हुए।
संचालक विवेक आचार्य के मार्गदर्शन में इस प्रदर्शनी के संयोजन में प्रभारी अधिकारी डॉ. पीसी पारख उप संचालक, प्रभात कुमार सिंह पुरातत्ववेत्ता, नीलिमा शर्मा, डॉ. राजीव मिंज, तापस बसाक, प्रवीन तिर्की, विष्णु प्रसाद नेताम, पल्लवी अग्रवाल और शुभम दुबे की महती भूमिका रही।