स्पोर्ट्स डेस्क– इस कोरोनाकाल में हर वर्ग प्रभावित हुआ है फिर चाहे वो कर्मचारी हो, बिजनेसमैन हो या फिर खिलाड़ी, इस कोरोनाकाल का असर खिलाड़ियों पर भी देखने को मिला है। कई क्रिकेटर्स पर भी इसका अच्छा खासा असर देखने को मिला है। टी-20 वर्ल़्ड कप इस बार नहीं हो सका, उसे स्थगित करना पड़ा वजह था कोरोना का कहर जारी था।
लेकिन इसका असर खिलाड़ियों पर भी देखने को मिला है, कोरोनाकाल की वजह से क्रिकेट की कई तरह की प्रतियागिताएं रद्द कर दी गईं या फिर स्थगित कर दी गईं उसी की वजह से टी-20 वर्ल्ड कप भी स्थगित किया गया, जो इसी साल 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के तक ऑस्ट्रेलिया में होना था।
इस बार टी-20 वर्ल्ड कप में टॉप रैंक की 10 टीमों के अलावा स्कॉटलैंड, पापुआ न्यू गिनी, नामिबिया, और नीदरलैंड्स वो 6 टीम थीं, जिसने इस टूर्नामेंट के लिए क्वालीफाई किया था, लेकिन टी-20 वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट स्थगित होने से इसका कई क्रिकेटर्स पर निजी तौर पर भी असर हुआ है।
क्रिकेटर बना डिलीबरी ब्वॉय
कोरोनाकाल का ही असर है कि नीदरलैंड्स के गेंदबाज पॉल वान मीकेरेन ने हाल ही में खुलासा किया कि उन्हें अपने दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए उबेर ईट्स के डिलीवरी एक्जक्यूटिव के रूप में काम करना पड़ता है, इस गेंदबाज ने क्रिकइंफो के ट्विटर पोस्ट पर इसका खुलासा किया है, नीदरलैंड्स में जन्मे पॉल ने साल 2013 में केन्या के खिलाफ टी-20 मैच में इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था।
क्रिकेट करियर
नीदरलैंड्स के गेदंबाज पॉल वान मीकेरेन ने टी-20 में डेब्यू के अगले महीने ही साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था, जहां उन्होंने हाशिम अमला का विकेट लिया था, पॉल ने 5 वनडे और 41 टी-20 में अपने देश की टीम से खेला है, जहां उनके नाम 4 वनडे और 47 टी-20 विकेट हैं। काउंटी क्रिकेट में समरसेट की ओर से भी खेल चुके हैं।