पंकज तिवारी, रायपुर। कहते हैं भारत में सुबह की शुरुआत गरमा-गरम चाय से होती है, लेकिन संचारक्रांति ने इसे अब मिथ्या कर दिया है. अब लोगों की सुबह मोबाइल यूज और उससे पहले इंटरनेट का डेटा ऑन करने से होती है. एडवांसड टेक्नोलॉजी को सम्मान देने हर साल 29 अक्टूबर को इंटरनेशनल इंटरनेट-डे मनाया जाता है.

1 अक्टूबर को इंडिया मोबाइल कांग्रेस ने 5जी इंटरनेट सेवा को लॉन्च कर दिया है. लंबे समय से 5जी सेवा के शुरू होने का इंतजार किया जा रहा था. हालांकि, ये सुविधा चुनिंदा शहरों में ही उपलब्ध है, लेकिन मूल समस्या नेट डिस्कनेक्ट और 4जी की स्पीड में 3जी नेवटर्क, एमबीपीएस की स्पीड में 27 साल बाद भी उलझाए हुए है.

अद्भुत अविष्कार, इसमें पूरी दुनिया है

खैर, इन समस्याओं पर किसी और दिन बात करेंगे. आज इंटरनेट सेलिब्रेट करने का दिन है. जिसने पूरी दुनिया को हमारे हाथों में समाहित कर दिया. यह अद्भुत अलौकिक अविष्कार है. ये हमारी ऐसी जरूरत है कि सारी जरूरतें इसके आगे फीकी हो गई हैं. आज हम अकेले हैं, लेकिन फिर भी सबके साथ है. हम इसके साथ हंसते हैं, रोते हैं, खेलते हैं, घूमते हैं. क्या है जो इसने हमें नहीं दिया.

इस दिन का इतिहास

कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय, लॉस एंजिल्स (यूसीएलए) में एक छात्र प्रोग्रामर चार्ली क्लाइन ने 29 अक्टूबर, 1969 को पहली बार इलेक्ट्रॉनिक संदेश ‘एलओ’ प्रसारित किया. दूरसंचार और प्रौद्योगिकी के इतिहास में इस महत्वपूर्ण घटना को मनाने के लिए पहला अंतर्राष्ट्रीय इंटरनेट दिवस 29 अक्टूबर 2005 को मनाया गया था.

कब हुई भारत में इंटरनेट की शुरुआत

भारत में इंटरनेट सेवाओं की शुरुआत 15 अगस्त 1995 को विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा की गई थी. भारत में इंटरनेट क्रांति 2जी सर्विस के लॉन्च के साथ हुई थी. 2जी से 3जी तक के सफर में देश को 14 साल लगे थे. 2009 में &जी सर्विस लॉन्च की गई. इसके बाद 2012 में 4जी सर्विस शुरू हुई और अब 2022 में 5जी सर्विस लॉन्च की गई. भारत को 2जी से 5जी तक पहुंचने में 27 साल और 4जी से 5जी तक आने में 10 साल लग गए.

तेजी से बढ़ रहे इंटरनेट उपयोगकर्ता

लंदन आधारित डेटा एनालिटिक्स और ब्रांड कंसल्टिंग कंपनी कंटार गु्रप ने पिछले दिनों एक अध्ययन के आधार पर भारत में पिछले तीन वर्षों की तुलना में इस वर्ष दैनिक इंटरनेट उपयोगकर्ताओं में &0 प्रतिशत की बढ़ोतरी पाई है.

दुनिया में भारत दूसरे नंबर पर

एक रिपोर्ट के मुताबिक, आज दुनिया की 63 प्रतिशत जनता इंटरनेट का यूज कर रही है. जिसमें सबसे ज्यादा यूजर्स अमेरिका, भारत और चीन के हैं. चीन में सबसे ज्यादा 1,020 मिलियन लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. वहीं इस लिस्ट में भारत 658 मिलियन यूजर्स के साथ दूसरे नंबर पर है. यूएस 307.2 मिलियन के साथ तीसरे नंबर और इंडोनेशिया 204.7 मिलियन के साथ चौथे नंबर पर आता है.

पांच करोड़ होने वाले हैं भारत में इंटरनेट यूजर्स

अध्ययन में कहा गया था कि 2025 तक लगभग 87 प्रतिशत भारतीय घरों में इंटरनेट कनेक्शन होगा. अध्ययन में बताया गया था कि अब तक भारत में 18 मिलियन करीब एक करोड़ 80 लाख शहरी परिवार स्मार्ट टीवी, स्मार्ट सेट-टॉप बॉक्स और अन्य स्मार्ट डिवाइसेज का इस्तेमाल करते हैं, 2025 तक ऐसे परिवारों की संख्या बढ़कर पांच करोड़ हो जाएगी.