इस अवसर पर डॉ. एस.बी. ओटा सहित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के सेवानिवृत्त पुरातत्ववेता डॉ. एस.एस. गुप्ता (भोपाल) और पुरातत्व संस्थान नई दिल्ली के निदेशक डॉ. एस.के. मंजुल के व्याख्यान होंगे। व्याख्यान सत्र की अध्यक्षता भिलाई के डॉ. ए.एल. श्रीवास्तव करेंगे। कार्यक्रम में अनेक इतिहासकार, पुरातत्ववेता, विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों के इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के प्राध्यापक, शोधार्थी सहित जिला पुरातत्व संघों के सदस्य एवं संग्रहालय, संस्कृति में रूचि रखने वाले प्रबृद्ध नागरिक सहित संस्कृति विभाग, मंहत घासीदास संग्रहालय तथा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण रायपुर मंडल के अधिकारी-कर्मचारी शामिल होंगे।

संस्कृति एवं पुरातत्व संचालनालय के आयुक्त अनिल कुमार साहू ने बताया कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य एक सांस्कृतिक केन्द्र और भविष्य में परम्पराओं के संवाहक के रूप में संग्रहालयों के महत्व एवं उपादेयता के प्रति सर्वजन में जागरूकता का विकास एवं प्रसार करना और सांस्कृतिक तथा प्राकृतिक धरोहरों के महत्व, उनकी स्वच्छता, सुरक्षा और संरक्षण के प्रति सभी में उत्तरदायित्व की भावना का विकास करना है।