बालेश्वर। भद्रक जिले के तिहड़ी थाना के अंतर्गत पिछले महीने 30 मई को पशु तस्करों और एक स्थानीय युवक के बीच झड़प हो गया था। जिसके चलते संतोष परीदा नामक इस युवक पर एक अन्य समुदाय से जुड़े करीब बीस से ज्यादा पशु तस्करों ने जानलेवा हमला कर दिया था।

हमले में घायल संतोष को पहले भद्रक जिला मुख्य चिकित्सालय में लाया गया था। उसकी हालत में सुधार ना देखते हुए उसे भुवनेश्वर के एक प्राइवेट चिकित्सालय में इलाज के लिए भर्ती किया गया। जिंदगी और मौत से संघर्ष करने के बाद आखिरकार कल रात संतोष ने दम तोड़ दिया। आज दोपहर मृतक संतोष का शव भद्रक पहुंचने पर विश्व हिंदू परिषद की ओर से भद्रक के जिलाधीश के कार्यालय के सामने एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।

ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भद्रक के रहने वाले मृतक संतोष परीदा के परिवार को 10 लाख रुपए सहायता राशि तथा परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है।

इंटरनेट सेवा बंद

इस घटना में पुलिस ने कुल 12 लोगों को गिरफ्तार भी कर चुकी है, लेकिन जैसे ही संतोष की मौत की खबर भद्रक जिले में पहुंची, मुख्यतः उसके गांव कश्ती समेत देउला और जयपुर नामक इलाके में लोगों के बीच आक्रोश देखा गया। लोगों के बीच उत्तेजना और आक्रोश को देखते हुए आज सुबह 6:00 बजे से कल सुबह 6:00 बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा बंद कर दिया गया तथा उत्तेजना को देखते हुए 27 प्लाटून पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
उधर विश्व हिंदू परिषद से जुड़े लोगों ने पत्रकार सम्मेलन के जरिए इस घटना की घोर निंदा की है तथा आरोपियों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग किए हैं।