सत्यपाल राजपूत, रायपुर. राजधानी में कोरोना वायरस के खतरे के बीच पीलिया ने पैर पसार लिया है. यहां पीलिया पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ रही है. शनिवार को मरीजों की संख्या 127 पहुंच गई. इसकी पुष्टि जिला चिकित्सा अधिकारी मीरा बघेल ने की है.
दरअसल स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को आमापारा, राव गेंद्रे वार्ड के शिवनगर, दलदल सिवनी, मठपुरैना, चंगोराभांठा व अटारी में आयोजित स्वास्थ्य शिविर में संदेहास्पद कुल 188 मरीजों की जांच की. जांच किए गए मरीजों में से 86 मरीजों के रक्त सैंपल लिया गया. जांच रिपोर्ट में 44 लोगों का सैंपल पीलिया पॉजिटिव आने के बाद इन मरीजों को जिला अस्पताल पंडरी में भर्ती कराया दिया गया है. राजधानी में अब तक 1969 घरों का भ्रमण कर शिविर में 447 लोगों का जांच किया गया. जांच के बाद संभावित 241 लोगों के रक्त की जांच कराई गई, जिसमें 127 लोगों की रिपोर्ट में पीलिया पॉजिटिव आए हैं.
इसी क्रम में आज शाम रायपुर जिले के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की बैठक संचालक महामारी नियंत्रण डॉ. आर.आर. साहनी द्वारा ली गई. बैठक में डॉ. साहनी ने निदेर्शित किया कि शहर के जिन इलाकों में पीलिया प्रभावित प्रकरण मिले हैं उनकी जांच की निशुल्क सुविधा प्रदान की जाए. वहीं पीलिया के मरीजों के इलाज के लिए जिला अस्पताल पंडरी में भर्ती कर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान किया जाए..उन्होंने राजधानी में पीलिया के रोकथाम के लिए दो नोडल अधिकारियों को तत्काल पीलिया के प्रकरणों की मॉनिटरिंग और नियंत्रण के लिए ज़िम्मेदारीदी..उन्होंने कहा पीलिया प्रभावित वार्डों के जनप्रतिनिधियों के समक्ष स्वास्थ्य अमला वाटर सेम्पल लेकर मेडिकल कॉलेज रायपुर में जांच के लिए भेजा जाना सुनिश्चित करें.
संभागीय संयुक्त संचालक डॉ सुभाष पांडेय द्वारा आज दलदल सिवनी में पीलिया नियंत्रण शिविर का निरीक्षण किया गया. शिविर में स्वच्छ पेयजल पीने और फलों को काटकर ताजा सेवन करने की सलाह दी गयी. इन शिविरों के माध्यम से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा पीलिया संभावित मरीजों की जांच एवं उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है. डॉ. पाण्डेय ने रायपुर शहर के समस्त नागरिाकों से अपील की है कि दूषित पानी के सेवन से बचे. घर में पानी को 20 मिनट उबालकर व स्वास्थ्य विभाग द्वारा वितरित की जा रही क्लोरीन के टेबलेट का इस्तमाल करें. 20 लिटर पानी में 01 टेबलेट डालकर 30 मिनट बाद उपयोग करें व शर्करा युक्त ताजे फल का इस्तेमाल पीड़ितों को अवश्य किया जाना चाहिए. दलदल सिवनी वार्ड के पीलिया प्रभावित लोगों ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा तत्काल शिविर लगाए जाने की सराहना भी की.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मीरा बघेल ने बताया रायपुर शहर में पीलिया ग्रसित मरीजों के उपचार की व्यवस्था जिला चिकित्सालय व शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में की गई है, जिसमें निःशुल्क परीक्षण व दवाई वितरण की जा रही है. इसके अलावा भाठागांव वार्ड में गृह भ्रमण के दौरान पीलिया के मरीजों की खोज की गई. शहरी कार्यक्रम अंतर्गत पदस्थ ए.एन.एम. व मितानिनों द्वारा सतत निगरानी के लिए गृह-भ्रमण कर पीड़ितों की पहचान कर दूषित पेयजल व खान-पान से बचाव की सलाह दी जा रही है. गृह-भ्रमण करते हुए पीड़ित एवं परिजनों की पहचान कर रक्त जांच के लिए सेम्पल प्रयोगशाला भेजे जा रहे है.