Rajasthan News: राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के तहत कोटा में 9 अक्टूबर को जिला स्तरीय समिट आयोजित होने जा रही है, जिसमें 1382 करोड़ रुपए के एमओयू (समझौता ज्ञापन) होंगे। इसके अलावा, कोटा में चंबल फर्टिलाइजर केमिकल के पास 1100 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा, जिससे हजारों रोजगार के अवसर सृजित होंगे। पिडीलाइट भी 116 करोड़ का निवेश करेगी, जिससे कोटा में कुल मिलाकर 3000 करोड़ से अधिक का औद्योगिक निवेश होगा।

चंबल फर्टिलाइजर के पास 1100 करोड़ का निवेश

उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के महाप्रबंधक, कोटा, हरिमोहन शर्मा ने जानकारी दी कि चंबल फर्टिलाइजर के पास 1100 करोड़ का बड़ा निवेश प्रस्ताव है। इस निवेश से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। हालांकि, यह एमओयू जिला स्तरीय समिट में शामिल नहीं है और इसे जयपुर में आयोजित समिट में ही शामिल किया जाएगा।

1382 करोड़ के एमओयू और पिडीलाइट का निवेश

रीको के सीनियर डीएम एमके शर्मा ने बताया कि रामगंजमंडी क्षेत्र के गूंदी फतेहपुर में पिडीलाइट 116 करोड़ रुपए का निवेश कर रहा है, जिसके लिए 59000 स्क्वायर मीटर भूमि आवंटित की गई है। इसके अलावा, 9 अक्टूबर को जिला स्तरीय समिट में 1382 करोड़ के एमओयू होंगे, जिससे कोटा जिले में कुल निवेश 3000 करोड़ से अधिक पहुंच जाएगा। इस कार्यक्रम में रीको के रीजनल मैनेजर संजीव सक्सेना और उद्योग विभाग के क्षेत्र प्रबंधक मनोज जैन भी मौजूद रहेंगे।

5900 से अधिक रोजगार के अवसर

हरिमोहन शर्मा ने बताया कि 9 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम में अब तक 1382 करोड़ रुपए के निवेश के एमओयू साइन हो चुके हैं, जिसके तहत 64 फैक्ट्रियां स्थापित की जाएंगी। इन इकाइयों में स्टार्टअप्स भी शामिल होंगे, जिससे लगभग 5900 लोगों को रोजगार मिलेगा। यह आंकड़ा 1500 करोड़ तक बढ़ने की संभावना है।

ताखली डैम से मिलेगा पानी

रीको के सीनियर डीजीएम शर्मा ने जानकारी दी कि गूंदी फतेहपुर में 80 फैक्ट्रियों के लिए जगह आवंटित की गई थी, जिनमें से 18 पहले ही शुरू हो चुकी हैं। यहां पर ताखली डैम से रोजाना 18 लाख लीटर पानी लाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। जल संसाधन विभाग और जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग की मदद से पाइपलाइन बिछाई जाएगी, जिससे अगले 1-2 सालों में इस इंडस्ट्रियल एरिया में पानी पहुंच जाएगा।

फार्मा पार्क के लिए जमीन की कमी

शर्मा ने बताया कि फार्मा पार्क की घोषणा पहले की जा चुकी थी, लेकिन 1000 एकड़ भूमि की आवश्यकता होने के कारण यह अभी तक स्थापित नहीं हो सका है। हालांकि, कोटा में स्टोन मंडी की जगह स्टोन पार्क स्थापित करने की योजना भी चल रही है, जिसे रामगंज मंडी में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया जारी है।

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