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IPL 2025: आखिर क्यों आरसीबी ने रजत पाटीदार को ही कप्तान बनाया? अगर आप भी इस सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो ये खबर आपके काम आएगी. हमने इसके पीछे की 5 वजहें खोजी हैं.
IPL 2025: रजत पाटीदार…ये खिलाड़ी इस वक्त चर्चा में है. वजह है उन्हें मिली नई जिम्मेदारी. रजत आईपीएल 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के कप्तान बनाए गए हैं. फ्रेंचाइजी ने 13 फरवरी को इसका ऐलान किया. फैंस इसलिए हैरान हैं क्योंकि विराट कोहली कप्तानी बनने की रेस में सबसे आगे थे, लेकिन जब रजत के नाम का ऐलान हुआ तो सभी चौंक गए. अब सभी यही जानना चाहते हैं कि आखिर रजत के नाम ही क्यों मुहर लगी. हम आपके लिए इसके पीछे की 5 बड़ी वजह लेकर आए हैं.
रजत पाटीदार को कप्तान बनाए जाने की 5 बड़ी वजहें
- कोहली ने दिया ग्रीन सिग्नल!
विराट कोहली ने रजत के नाम का समर्थन किया. कोहली से चर्चा के बाद ही फ्रेंचाइजी ने इस फैसले पर मुहर लगाई. बताया जा रहा है कि कोहली खुद कप्तानी के रोल के लिए इच्छुक नहीं थे. उनके बाद सबसे बड़े दावेदार रजत ही थे, लिहाजा उन्हें कप्तान बना दिया गया. विराट ने बाद में कहा भी कि ‘मैं प्रशंसकों से अनुरोध करता हूं कि वे उसका समर्थन करें और जानें कि वह टीम के लिए सबसे अच्छा काम करेगा. चाहे कुछ भी हो, सबसे महत्वपूर्ण टीम और फ्रेंचाइजी है.’
- रजत में फ्यूचर देख रही RCB
विराट कोहली इसलिए भी कप्तान नहीं बने, क्योंकि उनकी उम्र 37 साल हो चुकी है, जबकि रजत 31 साल के हैं. टीम उनमें फ्यूचर देख रही है. इसलिए रजत को कमान दी गई है. हर टीम चाहती है कि उनका कप्तान युवा हो और जोश से भरा हआ है. विराट भी बिना किसी प्रेशर के अपना नेचुरल गेम खेलना चाहते थे, इसलिए उन्होंने कप्तानी को बोझ नहीं चुना.
- रेस में कोई और नहीं था
रजत 2021 से इस टीम का हिस्सा हैं. वो टीम को के माहौल को समझते हैं और विराट कोहली के साथ खेलने का बढ़िया अनुभव भी है. कोहली और रजत के बाद कप्तानी की रेस में कोई दूसरा खिलाड़ी नहीं था. इसलिए रजत पाटीदार की मौज हो गई. जब कोहली ने उनके नाम पर सहमति दी तो फिर रजत की राह आसान हो गई.
- कप्तानी का रिकॉर्ड बढ़िया है
रजत पाटीदार घरेलू क्रिकेट मध्यप्रदेश के लिए खेलते हैं. टी20 में वो कप्तान भी हैं. उनकी कैप्टेंसी के स्टाइल की अकसर तारीफ होती है. खास बात ये है कि वो कप्तान रहते हैं खुलकर बल्लेबाजी करते हैं. उनका आक्रामक अंदाज कभी नहीं बदलता. यही वजह है कि रजत ने अपनी कप्तानी में कुल 16 मैच खेले और 12 जीते. यह रिकॉर्ड कहीं ना कहीं उनके फेवर में गया है.
- दबाव नहीं लेते रजत पाटीदार
रजत पाटीदार बेखौफ अंदाज में खेलते हैं. एक्सपर्टस कहते हैं कि इस खिलाड़ी पर कप्तानी का दबाव हावी नहीं होता. इस बात का सबूत रजत कई बार दे चुके हैं. हाल में उन्होंने एमपी की कप्तानी करते हुए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 186 के स्ट्राइक रेट से 428 रन ठोके थे. उनके बल्ले से 5 फिफ्टी निकली थीं. रजत की ये क्वीलिटी भी आरसीबी को पसंद आई है.
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