रायपुर. प्रदेश सरकार की ओर से पेश किए गए वर्तमान कार्यकाल के अंतिम बजट से राज्य के करीब पांच लाख अनियमित कर्मचारी आस लगाए बैठे थे, कि बजट में उनके नियमितीकरण के लिए प्रावधान किया जाएगा. लेकिन जो उम्मीद थी उस पर पानी फिर गया. इसे लेकर रविवार को प्रदेशभर के अनियमित कर्मचारियों ने नवा रायपुर के तूता में आक्रोश सभा आयोजित कर प्रदर्शन किया.

अनियमित कर्मचारियों जैसे संविदा, दैनिक वेतन भोगी, कलेक्टर दर, श्रमायुक्त दर पर कार्यरत श्रमिक, प्लेसमेंट, मानदेय, अशंकालिक, जाबदर, ठेका के नियमितीकरण, पृथक कर्मचारियों की बहाली, अंशकालीन कर्मचारियों की पूर्णकालीन करने, आउट सोर्सिंग-ठेका बंद करने के सम्बन्ध में किसी तरह का प्रावधान/घोषणा नहीं करने से कर्मचारियों में आक्रोश है.

कर्मचारी संघ के प्रांतीय संयोजक गोपाल प्रसाद साहू ने कहा कि कांग्रेस ने सरकार बनने पर 10 दिन में प्राथमिकता से हमारी मांगों को पूरा करने का वादा किया था. इसी तरह कांग्रेस के जन-घोषणा पत्र “दूर दृष्टि, पक्का इरादा, कांग्रेस करेगी पूरा वादा” के बिंदु क्रमांक 11 और 30 में अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण करने, छटनी ना करने समेत आउटसोर्सिंग बंद करने को स्थान दिया था.

तेज होगा आंदोलन

प्रांतीय सह-संयोजक प्रेम प्रकाश गजेन्द्र ने बताया कि मोर्चा अनियमित कर्मचारियों के हित के लिए संघर्ष जारी रखेगा. इस क्रम में 12 मार्च 2023 रविवार को धरना स्थल तुता नवा रायपुर में “अनियमित सभा” का आयोजन किया गया. सभा में 46 अनियमित संघों के पदाधिकारी एक सदस्य सम्मिलित हुए. उपस्थित पदाधिकारी और सदस्यों अपनी विचार प्रमुखता से रखा और अनियमित आंदोलन को तेज करने पर सहमति बनी.

अनियमित कर्मचारी

BJP नेता गौरीशंकर श्रीवास्तव ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अनियमित कर्मचारियों के साथ सरकार ने धोखा किया है और आंकड़े नहीं आने का बहाना बनाया जा रहा है. इसलिए हम इन कर्मचारियों के हित में सड़क से सदन तक की लड़ाई लड़ रहे हैं. लेकिन सरकार और सुनने को तैयार नहीं है.