संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. लोरमी तहसील के साल्हेघोरी शासकीय हाईस्कूल के प्राचार्य की लापरवाही का खामियाजा दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली नंदिनी को भुगतना पड़ रहा है.  संस्कृत की परीक्षा में उपस्थित होने के बाद भी अनुपस्थित बताए जाने की वजह से नंदिनी को 70 प्रतिशत के साथ पास होने के बाद भी संस्कृत की पूरक परीक्षा देनी पड़ सकती है.

पूरा मामला लोरमी विकासखंड के साल्हेघोरी हाईस्कूल का है, जहां दसवीं कक्षा में पढ़ने वाली नंदिनी साहू पिता प्रहलाद साहू ने सभी विषयों का परीक्षा देते हुए 70% अंक के साथ पास भी हुई है. लेकिन हाईस्कूल में इंग्लिश विषय के लेक्चरर और प्राचार्य सिद्धराम भास्कर ने संस्कृत प्रोजेक्ट में उपस्थित नंदिनी साहू को अनुपस्थित बताते हुए ऑनलाइन एंट्री करा दी. बोर्ड के नतीजे आने के बाद रिजल्ट देखने पर नंदिनी साहू के परिजनों को पता चला कि संस्कृत प्रोजेक्ट में नंदिनी की अनुपस्थिति लगा दी गई है. हैरान परिजनों ने इसकी मौखिक शिकायत प्राचार्य के साथ संबंधित विभाग के अधिकारियों से की है.

नंदनी का कहना है कि मैं 10वीं बोर्ड में 70 % के साथ उत्तीर्ण हूं, और अब संस्कृत प्रोजेक्ट में अनुपस्थिति बताए जाने के कारण मुझे पूरक परीक्षा देनी होगी. इस पर जब प्राचार्य से बात की गई तो वे समय रहते इस गलती को सुधारने की बात कहते हुए नजर आए. वहीं इस मामले पर जब मुंगेली जिला शिक्षा अधिकारी गोवर्धन प्रसाद भारद्वाज से बात की गई तो उन्होंने जांच के बाद दोषी प्राचार्य के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. बहरहाल, मामले में प्राचार्य की लापरवाही के चलते एक होनहार छात्रा का भविष्य अधर में लटका हुआ है. वहीं अब परिजन भी मामले मेंं न्याय नहींं मिलने पर जांच के बाद दोषी प्राचार्य के खिलाफ उचित कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. देखना होगा नंदिनी साहू के भविष्य का क्या होता है.