वर्सेटाइल दिग्गज एक्टर इरफान खान (Irrfan Khan) ने अपनी शानदार एक्टिंग से बॉलीवुड में एक अमिट छाप छोड़ी है. आज उनकी 57वीं बर्थ एनिवर्सरी है. इस मौके पर हम आपको उनकी कुछ यादगार फिल्मों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो उनके करियर की सबसे जबरदस्त फिल्मों में शामिल हैं.

राजस्थान में जन्म लेने वाले इरफान खान (Irrfan Khan) का अभिनय के प्रति प्रेम उन्हें नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (एनएसडी) तक ले गया, जहां उन्होंने अपनी कला को निखारा. फिल्मों में आने से पहले उन्होंने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन से की थी. शुरुआत में काफी संघर्षों का सामना करने के बावजूद, उनकी दृढ़ता और प्रतिभा ने उन्हें अलग बना दिया, जिससे उन्हें भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय सिनेमा में बेहतरीन एक्टर में जगह मिल गई. Read More – New Year 2025 : नए साल के पहले दिन करें ये 5 काम, पूरे साल बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा …

द लंचबॉक्स (2013) (The Lunchbox)

दिल छू लेने वाले रोमांटिक ड्रामा फिल्म द लंचबॉक्स (The Lunchbox) में इरफान खान (Irrfan Khan) को साजन फर्नांडिस के रूप में दिखाया गया है, जो एक अकेला कार्यालय कर्मचारी है, जो टिफिन बॉक्स में छिपे पत्रों के लेन-देन के माध्यम से अनजाने में एक महिला के साथ एक दोस्ती हो जाती है. एक अत्यधिक भावुक व्यक्ति के रुप में उनके एक्टिंग को दुनिया भर में काफी प्यार मिला है.

लाइफ ऑफ पाई (2012) (Life of Pi)

एंग ली द्वारा निर्देशित ऑस्कर विजेता फिल्म लाइफ ऑफ पाई (Life of Pi) में इरफान खान (Irrfan Khan) को वयस्क पाई पटेल के रूप में दिखाया गया था, जो समुद्र में अपनी जीवित रहने की यात्रा का वर्णन करता है. उनकी आवाज और उपस्थिति ने फिल्म को एक दार्शनिक गहराई प्रदान की, जिससे यह एक वैश्विक सिनेमाई उत्कृष्ट कृति बन गई.

पान सिंह तोमर (2012) (Paan Singh Tomar)

उनके बेहतरीन प्रदर्शनों में से एक फिल्म पान सिंह तोमर (Paan Singh Tomar) में इरफान खान (Irrfan Khan) ने वास्तविक जीवन के एथलीट से डाकू बने पान सिंह तोमर की भूमिका निभाई थी. एक अनुशासित सैनिक से एक खूंखार डाकू में उनका परिवर्तन दिल तोड़ देने वाला था, जिसके कारण उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था.

लाइफ इन मेट्रो (2007) (Life in a Metro)

फिल्म लाइफ इन मेट्रो (Life in a Metro) में इरफान खान (Irrfan Khan) ने प्यार की तलाश में एक आकर्षक लेकिन अकेले आदमी की भूमिका निभाई है. उनके हल्के-फुल्के लेकिन ईमानदार व्यक्तित्व के किरदार के कारण उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला. Read More – 2025 Holiday Calendar : साल 2025 में पड़ेगी कुल 38 छुट्टियां, यहां देखें पूरी सूची …

अंग्रेजी मीडियम (2020) (Angrezi Medium)

इरफान खान (Irrfan Khan) के असामयिक निधन से पहले उनकी आखिरी फिल्म अंग्रेजी मीडियम (Angrezi Medium) थी, जिसमें उनको एक प्यारे पिता के रूप में दिखाया गया था, जो अपनी बेटी के विदेश में पढ़ने के सपने को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित था. इस फिल्म में उनका प्रदर्शन दर्शकों को काफी पसंद आया, जिससे यह उनके करियर के लिए उपयुक्त विदाई बन गई.

पीकू (2015) (Piku)

फिल्म पीकू (Piku) में इरफान खान (Irrfan Khan) ने अमिताभ बच्चन और दीपिका पादुकोण के साथ देखभाल करने वाले एक ड्राइवर राणा की भूमिका निभाई थी. उनके प्रदर्शन ने संवेदनशीलता के साथ हास्य को संतुलित किया.

क़िस्सा (2013) (Qissa)

फिल्म क़िस्सा (2013) (Qissa) में इरफान खान (Irrfan Khan) ने एक रूढ़िवादी समाज में बेटी के जन्म के बाद अपनी पहचान से जूझ रहे एक व्यक्ति का किरदार निभाया था. इस अनूठी और गहरी भावनात्मक फिल्म में उनके कच्चे प्रदर्शन को व्यापक रूप से सराहा गया था.

हिंदी मीडियम (2017) (Hindi Medium)

हिंदी मीडियम (Hindi Medium) में इरफान खान (Irrfan Khan) ने एक ऐसे पिता की भूमिका निभाई थी, जो अपनी बेटी को एक स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए बेताब है. सामाजिक मानदंडों और अपने बच्चे को बेहतर भविष्य देने की इच्छा के बीच फंसे एक व्यक्ति के उनके सूक्ष्म चित्रण की सराहना की गई और फिल्म को बड़ी सफलता मिली.