गुरुवार का दिन भगवान श्रीहरि विष्णु को समर्पित है. इस दिन विष्णु जी और गुरु ग्रह की पूजा-उपासना की जाती है. ऐसी मान्यता है कि गुरु मजबूत रहने से जातक को किस्मत का साथ मिलता है. वहीं, कमजोर रहने से सम परिस्थिति में भी हानि होती है.

बृहस्पति विद्या और ज्ञान का ग्रह है. यह ग्रह जब किसी कुंडली में अनुकूल स्थिति में होता है तो अद्भुत सकारात्मक प्रभाव लाता है. मजबूत बृहस्पति वाले लोग बहुत भाग्यशाली माने जाते हैं. हालांकि, बृहस्पति कभी-कभी आपकी कुंडली में कमजोर स्थान में बैठ जाता है, जिसके कारण गुरु दोष बनता है. कमजोर बृहस्पति व्यक्ति के जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है. जिसके कारण जातक के जीवन में दुर्भाग्य आ सकता है. ज्योतिष शास्त्र में बृहस्पति के दोषों को दूर करने के लिए कई सरल और असरदार उपाय बताए गए हैं.

ज्योतिष उपाय –

  • गुरुवार के दिन गायत्री मंत्र का जाप करने से गुरु दोष का प्रभाव कम होता है. ज्योतिष शास्त्र का कहना है कि गायत्री मंत्र के जाप से गुरु और सूर्य मजबूत होता है. इससे करियर और कारोबार की सभी समस्याओं का निवारण होता है.
  • ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु मजबूत करने के लिए ‘ॐ बृ बृहस्पते नमः’मंत्र का जाप गुरुवार के दिन करें. इस मंत्र के जाप से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.
  • ज्योतिष के अनुसार खराब बृहस्पति को मजबूत बनाने के लिए गुरुवार के दिन नहाने के पानी में चुटकीभर हल्दी मिलाकर स्नान करना चाहिए और पीले वस्त्र पहनना चाहिए.
  • ज्योतिष सलाह से पुखराज रत्न धारण करने से भी गुरु ग्रह मजबूत होकर शुभ फल देते हैं.
  • ज्योतिष शास्त्र की मानें तो गुरुवार के दिन साबुन-शैंपू का प्रयोग बिल्कुल न करें. इससे गुरु कमजोर होता है. साथ ही न बाल कटवाएं और न ही नाख़ून काटें.
  • गुरुवार के दिन निर्धन को चने की दाल, केला, पीले वस्त्र आदि का दान करने से गुरु दोष खत्म होता है. शिक्षा से संबंधित किसी भी कार्य की शुरुआत गुरुवार को करना शुभ होता है.
  • कमजोर बृहस्पति को मजबूत करने के लिए गुरु के शांति मंत्र ‘देवानाम च श्रीनाम च गुरुं कंचन सन्निभाम। बुद्धिभूतम त्रिलोकेशं तं नमामि बृहस्पतिम्।। ‘ का जाप करना चाहिए.