Israel Lebanon War: हिजबुल्लाह (Hezbollah) चीफ हसन नसरल्लाह (Hassan Nasrallah) को मार गिराने के बाद इजरायल ने लेबनान में ग्राउंड ऑपरेशन (Israel Attacks On Lebanon) शुरू कर दिया है। इजरायल की सेना (IDF) लेबनान में घुस (Israeli Army Enters Lebanon) गई है। इजरायली सेना दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों को निशाना बना रहे हैं। साथ ही सुरंगों में घुसकर हिज्बुल्लाह के लड़ाकों को तलाश रहे हैं।
आईडीएफ ने कहा कि इजरायली वायु सेना और आईडीएफ आर्टिलरी क्षेत्र में सैन्य टारगेट्स पर सटीक हमलों के साथ ग्राउंड फोर्स को सपोर्ट कर रहे हैं। इन ऑपरेशन को पॉलिटिकल फील्ड के फैसले के अनुसार मंजूरी दी गई और उन्हें अंजाम दिया गया।
इजरायल की सेना की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक सोमवार-मंगलवार की रात में आईडीएफ लेबनान के अंदर घुस गई है। जमीनी हमला उत्तरी सीमा के निकट स्थित लेबनानी गांवों पर किया गया है। इजरायल की तरफ से कहा गया है कि हिजबुल्लाह आतंकी इनका इस्तेमाल उत्तरी इजरायल में हमला करने के लिए करते हैं। लेबनान में शुरू हुआ जमीनी अभियान सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर किए जा रहे हैं।
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने भारतीय समयानुसार 1 अक्टूबर को सुबह 4 बजे सोशल मीडिया एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि- कुछ घंटे पहले, आईडीएफ ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह आतंकवादी ठिकानों और बुनियादी ढांचे के खिलाफ सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर सीमित, स्थानीय और लक्षित जमीनी हमले शुरू किए। ये लक्ष्य सीमा के नजदीक गांवों में स्थित हैं और उत्तरी इज़राइल में इजरायली समुदायों के लिए तत्काल खतरा पैदा करते हैं।
इजरायली टैंकों को देख पीछे हटी लेबनानी सेना
लेबनान की उत्तरी सीमा के कई गावों पर इजराइल ने धावा बोल दिया है। इन गावों में इजरायली टैंक घुस गए हैं। पहले से ग्राउंड अटैक की आशंका को देखते हुए लेबनानी सेना पीछे हट गई थी। जानकारी के मुताबिक लेबनानी सेना ने सोमवार रात 9 बजे के आसपास ही दक्षिणी लेबनान में अपने कई ठिकानों से पीछे हटना शुरू कर दिया था। वहीं ग्राउंड अटैक शुरू होने से पहले सोमवार रात को आईडीएफ प्रवक्ता अवीचाई अद्राई की तरफ से अरबी भाषा में बयान जारी करके लोगों को स्थान खाली करने की चेतावनी दी गई थी।
‘MP-CG जैसा हरियाणा में भी कांग्रेस का होगा हाल…’, CM नायब सैनी ने किया दावा – Nayab Singh Saini
अमेरिका ने दिया था
इजरायल द्वारा दक्षिणी लेबनान में किये जा रहे जमीनी हमलों पर अमेरिकी ने भी अपनी सहमति दे दी है। अअमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया कि आईडीएफ इजरायल बॉर्डर के पास लेबनान में हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाते हुए सीमित जमीनी अभियान चला रहा है। अमेरिका शुरुआत से इजरायल के साथ खड़ा रहा है और अब भी पूरी मदद कर रहा है।
इससे पहले हिजबुल्लाह नेता नसरल्लाह पर किए गए हमले को लेकर अमेरिका ने कहा था कि उसे इस हमले के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं दी गई थी।
‘गाय’ बनीं महाराष्ट्र की राज्यमाता, चुनाव से पहले शिंदे सरकार का बड़ा फैसला- Cow Became State Mother
52,000 से अधिक लेबनानी सीरिया भागे
इजरायली सैन्य कार्रवाई तेज होने के बाद से अब तक 52,000 से अधिक लेबनानी नागरिक सीरिया भाग गए हैं। अल-वतन ऑनलाइन ने सीरिया के जनरल डायरेक्टरेट ऑफ माइग्रेशन एंड पासपोर्ट के एक सूत्र का हवाला देते हुए बताया कि लेबनानी शरणार्थियों के अलावा लगभग 1,25,000 सीरिया के नागरिक भी अपने वतन लौट आए हैं।
2006 में भी लेबनान की सीमा में घुसी थी इजरायली सेना
इससे पहले 2006 में भी इजरायली सेना लेबनान में दाखिल हुई थी. 12 जुलाई 2006 को हिज्बुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेट हमला कर दिया था। हिज्बुल्लाह के लड़ाकों ने इजरायली सीमा में घुसकर तीन सैनिकों को मार डाला था जबकि दो को बंधक बना लिया था। इजरायल के तत्कालीन प्रधानमंत्री एहुद ओलमर्ट ने इसके लिए लेबनान को जिम्मेदार ठहराते हुए इसे ‘एक्ट ऑफ वॉर’ बताया था। उन्होंने कहा था कि लेबनान को इसका अंजाम भुगतना होगा। उसी रात इजरायली सेना ने लेबनान में हमला कर दिया। इजरायली सेना ने जमीन से लेकर हवाई हमले तक जारी रखे। लेबनान में जगह-जगह हवाई हमले किए गए। एक हवाई हमले में बेरूत के इंटरनेशनल एयरपोर्ट का रनवे भी तबाह हो गया। 34 दिन तक चली इजरायल और हिज्बुल्ला की इस जंग में 1100 से ज्यादा लेबनानी नागरिक मारे गए थे। इजरायल के भी 165 नागरिकों की इसमें मौत हुई थी।
2 महीने में हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप खत्म
इजराइल ने 2 महीने के भीतर हिजबुल्लाह की पूरी लीडरशिप को खत्म कर दिया है। 27 सितंबर को हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर 80 टन बम से हमला किया था। इसमें चीफ हसन नसरल्लाह मारा गया। 30 जुलाई को लेबनान पर एक एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह के दूसरे सबसे सीनियर लीडर फुआद शुकर को मार गिराया था। इसके ठीक अगले दिन 31 जुलाई को ईरान पर हमला कर हमास चीफ इस्माइल हानियेह को भी मौत हो गई। अब हिजबुल्लाह की लीडरशिप में कोई सीनियर नेता नहीं बचा है। वहीं हमास की लीडरशिप में सिर्फ याह्या सिनवार जीवित है, जो गाजा में मौजूद है।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें