नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासभा में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का भाषण समाप्त होते ही इजराइल ने लेबनान के दक्षिणी बेरूत में हिजबुल्लाह के प्रमुख गढ़ों पर हवाई हमला शुरू कर दिया. राजधानी के बीचों-बीच कल रात से शुरू हुए इन हमलों से आसमान में घने धुएं के गुबार उठे, जिससे घनी आबादी वाले नागरिक इलाकों में भय और अराजकता फैल गई.

इजराइल के इन हमलों के लक्ष्य कथित तौर पर लेबनान में फैले हिजबुल्लाह के गढ़ थे, जिसके सैकड़ों लोगों की मौत हुई है. इजरायली टेलीविजन नेटवर्क ने बताया कि हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह प्राथमिक लक्ष्य थे, वहीं समाचार एजेंसी एएफपी ने हिजबुल्लाह के एक सूत्र के हवाले से दावा किया कि नसरल्लाह “ठीक” हैं, हालांकि मारे जाने के डर से वे वर्षों से छिपे हुए हैं. लेबनान में अपार शक्ति रखने वाले नसरल्लाह को व्यापक रूप से युद्ध छेड़ने या शांति स्थापित करने में सक्षम एकमात्र व्यक्ति के रूप में देखा जाता है.

इज़राइली रक्षा बलों (IDF) ने दावा किया कि हमलों के परिणामस्वरूप दक्षिणी लेबनान में हिज़्बुल्लाह की मिसाइल इकाई के कमांडर मुहम्मद अली इस्माइल, उनके डिप्टी और ईरान समर्थित मिलिशिया के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौत हो गई. हमलों के दौरान दक्षिणी बेरूत में अपने घर से भागे एक स्थानीय निवासी अहमद अहमद ने हमले को “भूकंप जैसा” बताया.

हमले दूसरी बमबारी लहर में भी जारी रहे, जिसके दौरान इज़राइल ने दावा किया कि उसने दक्षिणी बेरूत में इमारतों के भीतर संग्रहीत हिज़्बुल्लाह के हथियार डिपो को निशाना बनाया. हिज़्बुल्लाह ने इस दावे का खंडन किया, जबकि छह इमारतों के ध्वस्त होने और 91 लोगों के घायल होने की खबरें सामने आईं, जिनमें से छह की मौत की पुष्टि हुई. हमलों के बाद, हिज़्बुल्लाह ने इज़राइल में रॉकेट दागकर जवाबी कार्रवाई की, जिसके कारण इज़राइली सेना ने हिज़्बुल्लाह के गढ़ों में रहने वाले नागरिकों को तुरंत खाली करने की चेतावनी दी.

बेंजामिन नेतन्याहू की चेतावनी

इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में विश्व नेताओं को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कसम खाई कि इज़रायल उत्तरी सीमा पूरी तरह सुरक्षित होने तक हिज़्बुल्लाह के खिलाफ़ अपना सैन्य अभियान जारी रखेगा. उन्होंने दावा किया कि इज़रायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है, उन्होंने घोषणा की कि हिज़्बुल्लाह को कोई राहत नहीं दी जाएगी, और लेबनान में संभावित ज़मीनी हमले का संकेत दिया.

नेतन्याहू ने तेहरान को भी कड़ी चेतावनी दी, जिसमें ईरान पर हिज़्बुल्लाह के समर्थन के ज़रिए हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. नेतन्याहू ने चेतावनी देते हुए कहा, “अगर आप हम पर हमला करेंगे, तो हम आप पर हमला करेंगे,” उन्होंने कहा कि अगर ज़रूरत पड़ी तो इज़रायल की पहुँच पूरे मध्य पूर्व तक हो सकती है.