नई दिल्ली। भारतीय अन्तरिक्ष अनुसन्धान संगठन (ISRO) ने बुधवार को श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से पोलर सेटलाइट लांच व्हीकल (PSLV) के जरिए राडार इमेजिंग अर्थ ऑब्जर्वेशन सेटेलाइट रिसैट-2बी.आर.1 का सफल प्रक्षेपण किया.
यह प्रक्षेपण कई मायनों ने ऐतिहासिक रहा, जिसमें पहला पोलर सेटलाइट लांच व्हीकल (PSLV) का 50वां मिशन है, वहीं श्रीहरिकोटा सेंटर से यह 75वां प्रक्षेपण है. लगभग 628 किग्रा के रिसैट-2बीआर1 भारत का सबसे शक्तिशाली राडार उपग्रह है, जिसके जरिए देशों की सैनिक या आतंकी गतिविधियों पर बेहतर तरीके से नजर रखने के अलावा कृषि, वानिकी और आपदा प्रबंधन में मददगार साबित होगा. यह उपग्रह का जीवन पांच साल का है.
पीएसएलवी -सी 48 में रिसैट-2बीआर1 के अलावा इजराइल का एक, इटली का एक, जापान का एक और अमरीका के छह सैटेलाइट को मिलाकर 9 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया गया. पीएसएलवी में मंगलवार को शआम 4.40 बजे से ईंधन भरने का काम शुरू हुआ था. और बुधवार को ठीक 3.25 बजे प्रक्षेपण किया गया.