नितिन नामदेव, रायपुर। कवर्धा में दो साल पहले हुए झंडा कांड की गूंज अब तक थमी नहीं है. कवर्धा राष्ट्रवादी जनविचार संघ ने पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के संरक्षण की वजह से कांड में शामिल मुस्लिमों पर कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाया, जिसके जवाब में कवर्धा की जनता ने चुनाव में भाजपा प्रत्याशी को विजयी बनाया है. इसे भी पढ़ें : नए साल के जश्न में फिर सकता है पानी ! मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट, 31 दिसंबर से 2 जनवरी तक भारी वर्षा की चेतावनी
कवर्धा झंडा कांड में जेल गए कवर्धा राष्ट्रवादी जनविचार संघ से जुड़े कैलाश चन्द्रवंशी शनिवार को मीडिया से रू-ब-रू हुए. उन्होंने कवर्धा में बाहर से आए घुसपैठिए पर माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कवर्धा में मुस्लिम समुदाय के बाहर से आए व्यक्तियों का नाम वोटर लिस्ट में जोड़ा गया है. कवर्धा बुगरी रोड के अटल आवास में दर्जनों की संख्या में बाहर से आए लोगों ने कब्ज़ा किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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चंद्रवंशी ने आरोप लगाया कि बाहर से आए दर्जनों लोगों का 2-3 साल में ही राशन कार्ड दे दिया गया है. जनपद पंचायत, श्मशान घाट की जमीन, कई शासकीय जमीनों पर पिछले 3 सालों में कब्ज़ा हुआ. आदिवासी महिला के साथ मारपीट लिया, लेकिन थाने में कोई सुनवाई नहीं हुई. इसके साथ बेरला के चिल्फी में गोठान के जमीन पर मस्जिद बनाने का आरोप लगाया.
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कैलाश चंद्रवंशी ने कहा कि पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर ने मार्च 2022 में 286 लोगों को स्वेच्छा अनुदान दिया, जिसमें रायपुर स्थित मोदहापारा के मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल थे. उन्होंने अपने कृत्य के लिए पूर्व मंत्री मोहम्मद अक़बर को जनता से माफी मांगने को कहा.
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