रायपुर. सदन में आज लेंटाना उन्मूलन के नाम पर श्रमिकों को हुए भुगतान का मामला उठा. प्रश्नकाल में भाजपा विधायक प्रबोध मिंज ने
कहा, लेंटाना उन्मूलन के नाम पर बड़ी राशि की बंदरबांट की गई है. श्रमिकों के भुगतान के नाम पर आपदा में अवसर ढूंढा गया. क्या इसकी जांच की जाएगी? इस पर वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा, स्पेसिफिक जानकारी मिलने पर जांच कराएंगे.

इसका जवाब देते हुए वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा, अंग्रेज दो सौ साल पहले अमेरिका से लेंटाना का पौधा लेकर आए थे. अंग्रेजों ने अपने घरों में सजाने के लिए इसे लाया था. धीरे-धीरे ये जंगलों में फैल गया. कैम्पा और नरवा मद से लेंटाना उन्मूलन का काम किया जाता है. 2018 से 2022 तक सरगुजा वन वृत्त में आने वाले आठ वनमंडलों में 1 लाख 57 हजार 767 श्रमिकों को बैंक से और 75 हजार 36 श्रमिकों को नगद भुगतान किया गया. जिन जगहों में बैंक स्थापित नहीं है उसके पांच किलोमीटर परिधि में आने वाले श्रमिकों को नगद भुगतान किया जाता है. इसे कलेक्टर और डीएफ़ओ द्वारा दिये जाने का निर्णय लिया जाता है. 4 लाख हेक्टेयर में लेंटाना उन्मूलन का काम किया गया. वर्तमान में नगद भुगतान बंद कर दिया गया है.

इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने कहा, PM की मंशा के अनुरूप बैंक खाते में भुगतान होना चाहिए. इस पर मंत्री केदार कश्यप ने जवाब देते हुए कहा, वर्तमान में नगद भुगतान बंद कर दी गई है. जिन स्थानों में बैंक नहीं वहां नगद भुगतान किया गया. नगद भुगतान की जांच की मांग पर स्पीकर के निर्देश पर मंत्री कश्यप ने कहा, स्पेसिफिक जानकारी मिलने पर जांच कराएंगे.

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