रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने मासिक बाल पत्रिका किलोल की खरीदी और अनिवार्यता को लेकर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि मैं भी स्कूल शिक्षा मंत्री था. जांच करवा लीजिए, अगर मेरे समय में गड़बड़ी हुई होगी तो मैं भी जेल चला जाऊंगा. स्कूल शिक्षा मंत्री रविन्द्र चौबे ने किलोल सहित अन्य पत्रिकाओं की खरीदने के लिए निर्देश देने की बात स्वीकार की. विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि किसी प्रकार की अनियमितता है तो जांच करा लीजिए.

विधायक अजय चंद्राकर ने प्रश्नकाल के दौरान सदन में मासिक बाल पत्रिका का मामला उठाते हुए विभागीय मंत्री से जानकारी मांगी कि मासिक बाल पत्रिका “किलोल” का संपादक, प्रकाशक और मुद्रक कौन-कौन है? क्या प्रदेश की सभी शालाओं में पत्रिका की खरीदी का कोई निर्देश जारी किया गया है? और कब? पत्रिका की उपयोगिता छात्रों को कितनी है? 20 जून 2023 में किस स्तर पर किस मद से और कितनी राशि की खरीदी की जा चुकी है? और कितनी शालाएं/संकुल शिक्षकों को वार्षिक एवं आजीवन सदस्यता दी गई है?

स्कूल शिक्षा मंत्री रविंद्र चौबे ने बताया कि किलोल के संपादक डॉ रचना अजमेरा प्रकाशक श्यामा तिवारी द्वारा विंग्स टो फ्लाई सोसायटी एवं मुद्रांक सलूजा ग्राफिक्स रायपुर हैं. भारत सरकार द्वारा इस मद में 20,000 की राशि व्यय की गई है. संकुल के बच्चो को अपने लेख के लिए प्रेरित किए जाने का भी उल्लेख है. संकुल के रख रखाव के लिए 20,000 की राशि व्यय भी की गई है.

अजय चंद्राकर ने कहा कि पत्रिका खरीदने का निर्देश दिया गया है या नहीं. मंत्री ने कहा निर्देश नहीं दिया गया, आकस्मिक व्यय में है. विधायक आकस्मिक व्यय में नहीं, मीटिंग टीए में निर्देश है क्या. मंत्री मीटिंग टीए में ही यह राशि स्वीकृत की गई है. अजय चंद्राकर ने पूछा कि किलोल पत्रिका के अलावा अन्य पत्रिकाओं के भी निर्देश है क्या? मंत्री ने बताया कि केवल किलोल के लिए आदेश नहीं है बाकी पत्रिकाओं के भी आदेश है.

मंत्री ने कहा कि भाजपा के समय में भी इस तरह से अलग-अलग पत्रिकाओं को खरीदी की जाती थी. अजय चंद्राकर ने कहा कि पत्रिका के नाम से निर्देश दिए गए है क्या?अन्य पत्रिकाओं को खरीदने के नियम क्या है किलोल पत्रिका भी क्या टीए मद से खरीदी गई है क्या? खरीदी हुई है तो उसकी जांच कराएंगे क्या? मंत्री ने बताया कि सभी पत्रिकाओं के लिए स्पष्ट निर्देश है.

लगातार पत्रिका खरीदने की प्रक्रिया को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस के बीच अजय चंद्राकर ने आरोप लगाया कि मंत्री लगातार गोल गोल जवाब दे रहे है. मंत्री ने कहा कि इसमें छुपाने वाली कोई बात नही है. सभी बाल पत्रिकाओं के लिए आदेश होते है और वो खरीदे जाते है. आसंदी ने कहा कि किसी प्रकार की अगर कोई अनियमितता है तो जांच करा ले.

अजय चंद्राकर ने कहा कि मंत्री जी केवल किलोल पत्रिका की जानकारी दे रहे है अन्य पत्रिकाओं की नहीं मंत्री निजी लोगो को इसमें लाभ देने का प्रयास कर रहे है. छत्तीसगढ़ में शिक्षा विभाग में कितनी बच्चों के पत्रिकाओं के लेख छपते है. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बहस के बीच आसंदी ने कहा एक हफ्ते के भीतर सभी जानकारी उपलब्ध कराए.

जिला सहकारी बैंक तोरवा शाखा में गबन का मुद्दा गरमाया

धरमलाल कौशिक ने जिला सहकारी बैंक तोरवा शाखा में गबन का मुद्दा उठाया. पूछा किस किस अधिकारी के संरक्षण में धन राशि का गबन किया गया. किसान अपने पैसों के लिए चक्कर काट रहे है, सरकार कब तक किसानों को पैसे वापस करेगी. पंचायत मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि ये प्रकरण 2015 का है. एक अधिकारी जेल गई, 7 अन्य लोगों के खिलाफ कार्यवाही चल रही है. फोरेसिक जांच चल रही है तीन चार महीने का वक्त लगेगा. 9 किसानों के पैसे वापस हो गए है, बाकि किसानों के पैसे वापस कराए जाएंगे.