रायपुर। एनएसयूआई राष्ट्रीय सोशल मीडिया चेयरमैन के पद पर नियुक्ति के बाद पहली बार प्रदेश पहुंचे आदित्य भगत ने अपने विज़न व मिशन पर चर्चा की. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर सोशल मीडिया में किसानों, मध्यमवर्गीय लोगों, आदिवासियों, बेरोजगारों की आवाज दबाई जा रही है, उन्हें डराया जा रहा है. इन तमाम मुद्दों को मुखरता के साथ एनएसयूआई की सोशल मीडिया टीम पूरे देश भर में उठाएगी.
आदित्य भगत ने राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि हर साल 2 करोड़ युवाओं को रोजगार देंगे, लेकिन इसके विपरीत कोरोना काल में 15 करोड़ से अधिक लोग बेरोजगार हो गए. मोदी सरकार द्वारा लगातार सार्वजनिक उपक्रमों को निजी हाथों में बेचा जा रहा है, जिससे छात्र-छात्राएं बहुत दुखी और हताश हैं, उनके परिजन और अभिभावक का सपना है कि उनके बच्चे पढ़ लिखकर सरकारी नौकरी करें और मोदी सरकार सरकारी उपक्रमों को निजीकरण कर रही है.
उनका कहना था कि छात्र मोटी रकम खर्च करके उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं. लोगों के पास पैसे नहीं होते, लोन लेकर, संपत्ति बेचकर पढ़ाई करते हैं, जब डिग्री लेकर निकलते हैं तो पता चलता है कि नौकरी ही नहीं है. उन्होंने इन तमाम मुद्दों पर मुखरता से सोशल मीडिया में आवाज बुलंद करने की बात कही. इसके अलावा प्रदेश सरकार की जनहित योजना प्रधान समर्थन मूल्य किसानों का कर्जा माफी कन्या योजना इन्हें भी राष्ट्रीय स्तर पर प्रसारित किया जाएगा.
प्रेस वार्ता के दौरान आदित्य भगत के साथ कांग्रेस प्रवक्ता विकास तिवारी, एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, एनएसयूआई प्रदेश महासचिव नीरज पांडेय, जिला अध्यक्ष अमित शर्मा, प्रदेश सचिव अख्तर अली, प्रदेश सचिव हेमंत पाल, कार्य. जिला अध्यक्ष विनोद कश्यप, जिला महासचिव निखिल बंजारी, प्रशांत गोस्वामी, महताब हुसैन, हरिओम तिवारी, अभिनव शर्मा एवं अन्य पदाधिकारी गण मौजूद थे.