महाराष्ट्र के अमरावती, अकोला, यवतमाळ और परतवाड़ा में सोने-चांदी की दुकानों पर आयकर छापे पड़े हैं। इसके अलावा वसई विरार में अवैध इमारतों के मामले में ईडी ने बहुजन विकास अघाड़ी के पूर्व पार्षद सीताराम गुप्ता के ठिकानों पर भी दबिश दी गई है। गुप्ता पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।

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राज्य के कई सोने-चांदी की दुकानों पर आईटी-ईडी की रेड

महाराष्ट्र में बुधवार को सुबह से ही सोने-चांदी की दुकानों पर आयकर विभाग और ईडी की कार्रवाई का दौर जारी है। सूत्रों के अनुसार पश्चिम विदर्भ के अमरावती, अकोला, यवतमाळ और परतवाड़ा में सोने-चांदी की दुकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी हुई जोकि अभी भी जारी है। इसके अलावा अमरावती के 8 से ज्यादा आभूषण दुकानों पर भी आयकर विभाग की छापेमारी जारी होने की जानकारी है।

दूसरी ओर, वसई विरार में 41 अवैध इमारतों का मुद्दा गरमा गया है। यहां बहुत सारी इमारतें बनाई गईं। अपार्टमेंट बिक जाने के बाद अधिकारियों को पता चला कि यह जमीन सरकारी है। यह मामला राज्य में काफी चर्चित रहा है। बहुजन विकास अघाड़ी पार्टी के पूर्व पार्षद सीताराम गुप्ता के खिलाफ कार्रवाई की गई। अब इस मामले में ईडी ने सीताराम गुप्ता के घरों पर रेड मारी है।

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सीताराम गुप्ता पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप

आरोप है कि बहुजन विकास अघाड़ी पार्टी के पूर्व पार्षद सीताराम गुप्ता ने अवैध इमारतें खड़ी करके मैचों में धांधली की। इस मामले में प्रर्वतन निदेशालय ने मामला दर्ज किया है। गुप्ता पर धन शोधन का आरोप लगाया गया है। ईडी ने वसई विरार में 13 स्थानों पर बड़ा तलाशी अभियान चलाया है।

सीताराम गुप्ता ने वसई विरार इलाके में 41 अवैध इमारतें खड़ी कीं और लोगों को मकान बेचे। अदालत द्वारा इन इमारतों को अवैध घोषित करने के बाद वसई विरार नगर निगम ने इन्हें ध्वस्त कर दिया, इससे लगभग 2,500 लोग बेघर हो गए तथा आर्थिक रूप से ठगे गए, ईडी ने इस मामले में केस दर्ज कर लिया है और अब तलाशी अभियान चल रहा है।

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जानें क्या है पूरा मामला?

यह मामला अग्रवाल, वसंत नगरी क्षेत्र में सर्वे संख्या 22 और 30 के बीच के भूखंडों से संबंधित था। इस भूमि का कुछ भाग डम्पिंग ग्राउंड और एसटीपी संयंत्रों के लिए आरक्षित था। कुछ जमीन दूसरे व्यक्ति के नाम पर थी सीताराम गुप्ता ने 2006 में इस जमीन पर कब्जा किया था।

इसके बाद उन्होंने इस जमीन पर एक इमारत खड़ी कर दी। 2010-12 में यहां 41 चार मंजिला इमारतें बनाई गईं। सीताराम ने फ्लैट बेच दिय। उसके बाद मूल मालिक अदालत में चला गया, जब कोर्ट का फैसला आया तो नगर निगम अधिकारियों की नींद टूटी और कार्रवाई की गई।

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दावडी इलाके में भू-माफिया का बोलबाला

यह बात सामने आई है कि भू-माफियाओं ने डॉ बाबासाहेब आंबेडकर के उत्तराधिकारियों को दी गई जमीन पर 8 मंजिला अनधिकृत इमारत का निर्माण कर लिया है। 2023 से शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने नोटिस जारी कर उन्हें नजरअंदाज कर दिया। अंततः रिपब्लिकन आर्मी की कार्रवाई के बाद डेवलपर के खिलाफ एमआरटीपी के तहत मामला दर्ज किया गया। केडीएमसी के डिप्टी कमिश्नर अवधूत तावड़े ने बताया कि 20 मई को इमारत को ध्वस्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

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