प्रयागराज. उत्तर प्रदेश की योगी अदित्यनाथ सरकार ने रविवार को कथित तौर पर प्रयागराज हिंसा के मास्टरमाइंड मोहम्मद जावेद उर्फ जावेद पंप के घर पर बुलडोजर से ढहा दिया है. इलाहाबाद उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश गोविंद माथुर ने कहा है कि, “यह पूरी तरह से अवैध है.
उन्होंने कहा कि भले ही आप एक पल के लिए भी मान लें कि निर्माण अवैध था, वैसे ही देश में करोड़ों भारतीय कैसे रहते हैं, जब घर के निवासी हिरासत में हैं तो आपको इस बात की इजाजत नहीं है कि आप उसके घर को ध्वस्त कर दें. पूर्व मुख्य न्यायाधीश ने कहा, यह तकनीकी मुद्दा नहीं बल्कि कानून के शासन का सवाल है.
बता दें कि पूर्व जज माथुर ने 8 मार्च, 2020, रविवार को, सीएए विरोध प्रदर्शनों में आरोपियों के शहर भर में “नाम और शर्म” के पोस्टर लगाने के लखनऊ प्रशासन के विवादास्पद निर्णय पर स्वत: संज्ञान लिया था. अदालत ने माना कि सरकार के इस कदम को गैरकानूनी बताया गया और आरोपी के निजता के अधिकार का उल्लंघन किया गया.
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बता दें कि एक टीवी डिबेट के दौरान बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने पैगंबर को लेकर टिप्पणी की थी जिसके बाद पूरे देश में इस बात को लेकर हिंसक प्रदर्शन हुए थे. इस दौरान प्रयागराज में भी हिंसक प्रदर्शन हुए थे जिसका मास्टरमाइंड कथित तौर पर जावेद को बताया जा रहा है. अब इस बीच जावेद के घर को गिराने की कार्रवाई भी प्रशासन की ओर से कर दी गई है.