नई दिल्ली। भारत सरकार और ट्विटर के बीच नियमों को लेकर छिड़ी जंग के बीच आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने साफ शब्दों में स्पष्ट किया कि भारत में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को दोहरे मानकों की अनुमति नहीं दी जाएगी. जो भी नियमों का उल्लंघन करेगा उसे बख्शा नहीं जाएगा.

सूचना एवं प्रसारण मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संसद में सवालों के जवाब में कहा कि ट्विटर, फेसबुक, लिंक्डइन या व्हाट्सएप अगर इन प्लेटफॉर्म्स का दुरुपयोग किया जाता है तो कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि आप भारत में काम करते हैं. आपके यहां करोड़ों फॉलोअर्स हैं. हम उनका सम्मान करते हैं. पैसे कमाएं लेकिन आपको भारतीय कानूनों और संविधान का पालन करना होगा.

ट्रैक्टर रैली के नाम पर कथित किसानों द्वारा 26 जनवरी को लाल किला पर किए गए तिरंगा के अपमान के बाद ट्विटर के आचरण पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करने के बाद आईटी मंत्री की यह प्रतिक्रिया आई है. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बातचीत के अनुरोध के बाद हमारा विभाग ट्विटर के साथ संपर्क में है इसलिए मैं बाहर इस मुद्दे पर टिप्पणी नहीं करना चाहता था.

उन्होंने सवाल किया कि जब यूएस कैपिटल हिल हिंसा होती है तो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पुलिस जांच के दायरे में आाते हैं, लेकिन ऐसा ही जब लाल किला पर होता है तो वही प्लेटफॉर्म भारत सरकार के खिलाफ जाते हैं? लाल किला हमारे गौरव का प्रतीक है. हम इन दोहरे मानकों की अनुमति नहीं देंगे.

आईटी मंत्री ने कहा कि आप नरसंहार का समर्थन करने वाले हैशटैग कैसे ट्रेंड कर सकते हैं? हम सोशल मीडिया का बहुत सम्मान करते हैं. इसने आम लोगों को सशक्त बनाया है. डिजिटल इंडिया कार्यक्रम में सोशल मीडिया की बड़ी भूमिका है लेकिन अगर फर्जी खबरें फैलाने के लिए सोशल मीडिया का दुरुपयोग किया जाएगा तो कार्रवाई की जाएगी.