रोम। इटली के अपुलिया क्षेत्र के बोर्गो इग्नाजिया के लक्जरी रिसॉर्ट में गुरुवार को जी7 शिखर सम्मेलन शुरू हुआ. सम्मेलन के उद्घाटन के दौरान इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने शासनाध्यक्षों और प्रतिनिधियों का स्वागत भारतीय परंपरा के अनुसार ‘नमस्ते’ करते हुए किया, जिसकी सर्वत्र चर्चा हो रही है. इसे भी पढ़ें : कुवैत से 45 भारतीयों के शव विशेष विमान से लाए गए केरल, बिल्डिंग में आग लगने से हुई थी मौत…

मेलोनी यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ का स्वागत हाथ जोड़कर करती दिखीं. शिखर सम्मेलन के पहले दिन, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, उनके फ्रांसीसी समकक्ष इमैनुएल मैक्रोन, कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो, ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक और जापानी प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा जियोर्जिया मेलोनी के साथ शिखर सम्मेलन में उपस्थित थे.

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13 से 15 जून तक आयोजित होने वाले जी7 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन में चल रहे युद्ध और गाजा में संघर्ष का बोलबाला रहने की उम्मीद है. शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी पहुंच गए हैं. इटली रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने कहा, ‘प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर मैं 14 जून को जी7 आउटरीच शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए इटली के अपुलिया क्षेत्र की यात्रा कर रहा हूं.

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प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि अपने लगातार तीसरे कार्यकाल में वह पहली बार जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए इटली आ रहे हैं. मोदी ने कहा, ”संपर्क सत्र में चर्चा के दौरान कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्यसागर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.

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जी-7 में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, इटली, जर्मनी, कनाडा और जापान शामिल हैं. इटली G7 की वर्तमान अध्यक्षता कर रहा है और उस क्षमता में शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. भारत के अलावा, इटली ने अफ्रीका, दक्षिण अमेरिका और भारत-प्रशांत क्षेत्र के 11 विकासशील देशों के नेताओं को भी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है.