नई दिल्ली. चारधाम के लिए तीर्थयात्रियों की भारी आमद के बाद सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के लिए भारत-तिब्बत सीमा पुलिस को केदारनाथ मंदिर परिसर में तैनात किया गया है. जिला प्रशासन के अनुरोध पर विभिन्न स्थानों पर आईटीबीपी की टीमें सुरक्षा की ²ष्टि से यात्रियों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रख रही हैं, जिससे कहीं कोई दिक्कत ना हो.
आपको बता दें कि वर्तमान समय में मंदिर में एक दिन में 20,000 से अधिक श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं. इसके अलावा सोनप्रयाग, ऊखीमठ और केदारनाथ जैसे स्थानों पर भक्तों की भीड़ उमड़ रही है.
आईटीबीपी के पीआरओ विवेक पांडे ने कहा है, हिमालयी क्षेत्र में फोर्स ने केदार घाटी और मंदिर परिसर में अपने सुरक्षा कर्मियों को जिला प्रशासन के अनुरोध पर तैनात किया है. साथ ही उन्होंने आगे कहा, सुरक्षा के अलावा, भीड़ प्रबंधन एक महत्वपूर्ण कार्य बन जाता है जब तीर्थयात्रियों की आमद इतनी अधिक हो.
हिमालयी सीमा सुरक्षा बल ने क्षेत्र में अपनी आपदा प्रबंधन टीमों के साथ-साथ ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ चिकित्सा टीमों को भी तैनात किया है. इसके अलावा पांडेय ने कहा कि, राज्य प्रशासन की मदद से आपात स्थिति में चिकित्सीय अभ्यास और जरूरत पड़ने पर लोगों को निकालने का अभ्यास किया जा रहा है.
स्थानीय नागरिक प्रशासन के अधिकारियों ने कहा है, अतीत में धार्मिक स्थलों पर भगदड़ की कुछ घटनाएं हुई हैं और यह देखा गया है कि लगभग दो साल बाद कोविड-प्रेरित लॉकडाउन के बाद बड़ी संख्या में तीर्थयात्री धार्मिक स्थलों का दौरा कर रहे हैं.
केदारनाथ मंदिर 6 मई को खोला गया था और अब तक 1.30 लाख से अधिक तीर्थयात्री केदारनाथ मंदिर के दर्शन कर चुके हैं.
बद्रीनाथ मंदिर में भी, आईटीबीपी की टीमें ‘दर्शन’ के सुचारू संचालन और तीर्थयात्रियों की भीड़ के प्रबंधन के लिए मंदिर और नागरिक प्रशासन की मदद कर रही हैं.
पीछले दो सालों से कोविड चल रहा था तो यहां आने की अनुमति नही थी, इसीलिए इस साल चार धाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की अभूतपूर्व भीड़ देखी जा रही है.
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