रायपुर. नवा रायपुर स्थित आईटीएम विश्वविद्यालय के छात्र -छात्राओं और प्राध्यापकों ने गरियाबंद जिले के छुरा ब्लॉक के जनजातीय बाहुल्य गांव राजपुर, मोहराडीह और छतरपुर में सीएसआर गतिविधि के तहत एक दिवसीय जनजागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया. आईटीएम विश्वविद्यालय के वाइस-चांसलर डॉ. विकास सिंह के दिशानिर्देशन पर स्टूडेंट अफेयर्स कमेटी के संयोजक प्रो. श्यामली नायडू एवं मोहम्मद एहतेशाम ने कार्यक्रम की रुपरेखा बनाई.

आईटीएम विश्वविद्यालय के छात्र -छात्राओं ने ग्रामीणों की जरूरतों के मुताबिक वहां उपलब्ध सुविधाओं का सर्वेक्षण किया और मौजूदा समस्याओं की जानकारी एकत्रित की, जिससे सरकारी सुविधाओं के अपेक्षित विस्तार में सहयोग किया जा सके. स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर डिजाइन एंड प्लानिंग ने छात्र- छात्रों ने विभिन्न बस्तिओं में अधोसंरचना, ग्रामीण मूल्यांकन सर्वेक्षण और ग्रामीण नियोजन की जानकारी के लिए लैंड यूज पैटर्न और भावी भूमि विकास परियोजना से संबंधित सर्वेक्षण किया. स्कूल ऑफ लॉ ने कानूनी सहायता की जानकारी उपलब्ध के लिए नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया.

इसमें कलाकारों ने ग्रामीणों को लोकतंत्र में उनके मताधिकार के महत्त्व, महिलाओं के खिलाफ अपराध, भ्रष्टाचार और राजनीति से जुड़े मुद्दों की तरफ ध्यान आकर्षित कराया. छात्रों के साथ विभागीय प्रोफेसर शांता दास, एम. प्रदीप कुमार, डॉ. अंकिता शुक्ला, यागवेंद्र सिंह, मोहम्मद एहतेशाम सहित ललित कुमार साहू व विनोद साहू भी शामिल थे. गांव का सर्वे और कार्यक्रम में तेरह छात्रा वॉलंटियर्स और चौदह छात्र वॉलंटियर्स ने सहभागिता दी. स्वच्छता और कोविड -19 जागरूकता करने के लिए गांवों में आईटीएम विश्वविद्यालय द्वारा फेस मास्क और पर्चे भी वितरित किए गए.