कुमार इंदर,जबलपुर। मप्र के जबलपुर के बरगी स्थित सरकारी आरोग्य अस्पताल में एक बच्चे ने अपनी मां की गोद में तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया. बच्चे को समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण उसकी मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि जब वो बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे, तो वहां पर कोई डॉक्टर नहीं था. उन्होंने काफी इंतजार किया, लेकिन समय पर इलाज नहीं मिल पाया. जिसके चलते बच्चे की मौत हो गई. इसे लेकर कांग्रेस ने सरकार और स्वास्थ्य सिस्टम पर हमला बोला है.
इस मामले में कलेक्टर इलैयाराजा टी का कहना है कि बच्चा बहुत बुरी कंडीशन में अस्पताल लाया गया था. कलेक्टर ने बताया कि बच्चे का पहले निजी डॉक्टर से इलाज कराया जा रहा था. कलेक्टर ने इस आरोप को खारिज कर दिया है कि अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं था. कलेक्टर का कहना है कि उन्होंने इस मामले में पूछताछ की है. उस वक्त अस्पताल में डॉक्टर, नर्स के साथ पूरा स्टाफ मौजूद था.
कलेक्टर का कहना है कि इस मामले में जांच करेंगे और जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में स्वास्थ्य संचालक और प्रभारी सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा का कहना है कि बच्चा मृत हालत में लाया गया था, लेकिन स्थानीय लोगों द्वारा ये मुद्दा बनाया गया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सलूजा ने ट्वीट किया है. उन्होंने लिखा है कि तस्वीर बेहद दर्दनाक है. यह शिवराज सरकार के स्वास्थ्य सिस्टम की हक़ीक़त को बया कर रही है. जबलपुर जिले के बरगी स्वास्थ्य आरोग्यम केंद्र की है, जहां इलाज के अभाव में एक मासूम बच्चे की माँ की गोद में तड़प- तड़प कर मौत हो जाती है. इसके दोषियों को तो कड़ी से कड़ी सजा मिलना चाहिए.
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