कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर कलेक्टर ने निजी स्कूल संचालकों की बैठक ली। इस दौरान शहर में की गई कार्रवाई को लेकर पैदा हुए भ्रम को दूर करने की कोशिश की गई। वहीं कलेक्टर ने निजी स्कूल संचालकों को दो टूक में कहा कि प्राइवेट स्कूल अपने लेबल पर चीजें ठीक कर लें।

बुधवार को जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने निजी स्कूल संचालकों के साथ मीटिंग की। इस दौरान प्राइवेट स्कूल संचालक प्रशासन की कार्रवाई पर सावल उठाते दिखे। संचालकों ने स्कूलों की जानकारी पोर्टल पर दर्ज करने पर परेशानी बताई। साथ ही प्रशासन की कार्रवाई से भय का माहौल बनने की बात कही। निजी स्कूल संचालकों ने अपनी इमेज खराब होने का हवाला दिया।

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फीस स्ट्रक्चर को लेकर भी निजी स्कूलों ने कोई फैसला नहीं लिया है। वहीं संचालकों ने एनसीआरटी किताबों को अनिवार्य करने की मांग की। इस पर कलेक्टर ने कहा कि NCRT अनिवार्य नहीं कर सकते, क्यों कि इतनी उपलब्धता नहीं है। प्राइवेट बुक लगा सकते है, लेकिन सत्र के 90 दिन पहले सूचना देनी होगी। ISBN चेक कर बुक लगा सकते है।

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