कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर के एक उपार्जन केंद्र में ऑनलाइन की गई खरीदी धान में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि करीब 35 लाख की 1600 से अधिक क्विंटल धान गायब मिली। इस मामले में समिति प्रबंधक समेत तीन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

सीहोरा थाना अंर्तगत मझौली में सेवा सहकारी समिति तलाड़ द्वारा संचालित धान उपार्जन केंद्र में समर्थन मूल्य पर ऑनलाइन धान खरीदी में एक बार फिर से धांधली सामने आईं है। जांच में पाया गया कि वेयरहाउस में खरीदी गई धान में जो आंकड़े दर्शाए गए थे उससे करीब डेढ़ क्विंटल से ज्यादा गायब मिली। गायब धान की कीमत करीब 36 लाख रुपए बताई जा रही है। इस मामले में सहकारी समिति तलाड़ के प्रबंधक व अन्य के खिलाफ सिहोरा थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

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दरअसल, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी पल्लवी जैन ने मौके पर जाकर जांच की थी। पल्लवी जैन ने अपनी जांच रिपोर्ट में बताया कि समर्थन मूल्य पर तलाड़ समिति के प्रबंधक राधे लाल यादव केंद्र प्रभारी सरस्वती कई और कम्प्यूटर ऑपरेटर वीरेंद्र पटेल द्वारा ऑनलाइन पोर्टल पर 6 लाख 1844 क्विंटल धान खरीदी दर्शाई गई थी, लेकिन जब मौके पर जाकर चेक किया गया तो उपार्जन केंद्र पर 6 लाख 237 क्विंटल धान ही पाई गई।

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इस प्रकार कुल 1647 क्विंटल धान गायब थी। जिसकी अनुमानित कीमत 36 लाख रुपए बताई जा रही है। विभाग की जांच के आधार पर सिहोरा थाने में समिति के प्रबंधक राधे लाल यादव, केंद्र प्रभारी सरस्वती और कम्प्यूटर ऑपरेटर वीरेंद्र पटेल के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।

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